इंदौर। मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी का गढ़ बन चुके इंदौर में एक बार फिर 114 नए मरीज मिलने से सनसनी फैल गई है। मंगलवार को जब राजधानी भोपाल में रिकॉर्ड 149 केस आए तो शिवराज सरकार को आधे भोपाल में 5 दिन का लॉकडाउन करने का फरमान जारी करना पड़ा। इंदौर के बाशिंदों में डर है कि कहीं यहां भी फिर से लॉकडाउन न कर दिया जाए। हालांकि इस संभावना से कलेक्टर मनीष सिंह इनकार करते रहे हैं।
मंगलवार का दिन शहर के लिए इसलिए 'अमंगल' रहा क्योंकि 114 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आ गए, जिससे कुल संक्रमितों का आंकड़ा 6339 पर पहुंच गया। गनीमत यही रही कि सिर्फ 1 मौत हुई। कोरोना अब तक 300 लोगों को मौत की नींद सुला चुका है। स्वास्थ्य विभाग ने 1813 टेस्ट किए और 1682 लोगों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। विभाग को कोरोना के 1281 सैंपल प्राप्त हुए हैं।
शहर में मंगलवार को अब तक 1 लाख 23 हजार 743 सैंपलों की रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है। अस्पतालों से 70 मरीजों को डिस्चार्ज करने के बाद स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 4437 हो गई है। शहर में जिस तरह कोरोना संक्रमण अपने पैर पसार रहा है, उससे लोगों में भय व्याप्त होता जा रहा है। भोपाल में 5 दिनों के लॉकडाउन की खबर ने इस डर को कई गुना बढ़ा दिया है।
मंगलवार सुबह से इंदौर नगर निगम की पीली गाड़ी सड़कों पर दौड़-दौड़कर हाथ ठेले वालों को आगाह करती रही कि यदि उन्होंने बुधवार से एक स्थान पर खड़े होकर सामान बेचा तो ठेला-सामान समेत जब्त कर लिया जाएगा। सही मायने में देखा जाए तो जिला प्रशासन के तरह-तरह के प्रयोगों ने शहर की आर्थिक स्थिति को बुरी तरह चरमरा कर रख दिया है। सबसे बड़ा डर यही है कि कोरोना जब पीक पर आएगा, तब शहर के हालात कैसे होंगे?
सुबह का सूरज शहरवासियों को नई उम्मीदों को लेकर जगाता जरूर है लेकिन शाम ढलने के बाद रात का अंधियारा गहराते ही तमाम उम्मीदें भी टूट जाती है क्योंकि तब तक उन्हें पता चल चुका होता है कि दुनिया का सबसे खतरनाक वायरस और न जाने कितने लोगों को अपना शिकार बना चुका है। सब दूर एक ही चर्चा होती है कि आखिर इस कोरोना से मुक्ति कब मिलेगी?
इंदौर से सटे दूसरे जिले उज्जैन देवास और धार में भी कोरोनावायरस संक्रमण के न केवल मामले बढ़ रहे हैं बल्कि लगातार होने वाली मौतों का सिलसिला भी बदस्तूर जारी है। इंदौर में 300 मौतों के अलावा भोपाल में 142, उज्जैन में 71, सागर में 26, बुरहानपुर में 23, खंडवा में 19, जबलपुर में 20, खरगोन में 16, देवास में 10, मंदसौर में 9, धार में 9 और नीमच में 8 लोगों की मौत हुई है।