कोरोना की चौथी लहर को लेकर जहां पूरी दुनिया फिर दहशत में हैं, लेकिन IT कानपुर के वैज्ञानिक प्रो. मणींद्र अग्रवाल का दावा राहत भरा है।
प्रो. मणींद्र अग्रवाल के मुताबिक म्यूटेंट बदलने पर चौथी लहर आती है तो वह कम घातक होगी और जल्दी समाप्त हो जाएगी। वैक्सीन से जनरेट इम्युनिटी लड़ने की क्षमता विकसित कर रही है तो नेचुरल इम्युनिटी को वायरस बाईपास करने में बहुत हद तक सफल नहीं हो रहा है।
इसी कारण, तीसरी लहर में ओमीक्रोन देश में सिर्फ 11 फीसदी लोगों को ही संक्रमित कर पाया था। प्रो. अग्रवाल ने 15 से अधिक देशों में फैले कोरोना संक्रमण पर अध्ययन किया है। उनकी रिपोर्ट के आधार पर ही इन देशों में भी संक्रमण का पीक व उतार रहा था। हालांकि प्रो. अग्रवाल ने कहा कि अब भी एहतियात बरतने की आवश्यकता है।
आईआईटी कानपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो. मणींद्र अग्रवाल अपने गणितीय मॉडल (SUTRA model) सूत्र के आधार पर कोरोना का सटीक आकलन करते रहे हैं। पहली, दूसरी व तीसरी लहर में उनके आकलन काफी हद तक सही साबित हुए।
IIT कानपुर और IIT हैदराबाद के सूत्र मॉडल के अनुसार भारत के 90% लोगों में कोरोना वायरस की प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो चुकी है, उल्लेखनीय है कि इसी 'सूत्र' मॉडल के आधार पर ओमीक्रान की लहर और उसके प्रभाव की चेतावनी दी गई थी जो काफी सटीक रही थी।