मुंबई। शराब की दुकानों पर उमड़ती भीड़ को देखते हुए मुंबई में बुधवार से शराब की दुकानें नहीं खुलेंगी। कोरोना काल में शराब की दुकानें खुलते ही लोगों की भीड़ उमड़ी, जिसमें सोशल डिस्टेसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं। देशभर के तमाम शहरों से शराब के शौकीनों की उमड़ी भीड़ की तस्वीरें सामने आई थीं।
मुंबई में शराब की दुकानें खुलने के बाद सोशल डिस्टेसिंग का कोई ध्यान नहीं रखा गया था। कोरोना वायरस संक्रमण रोकने में सोशल डिस्टेंसिंग एक बड़ा हथियार है। मुंबई में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
इसे देखते हुए बीएमसी कमिश्नर प्रवीण परदेशी शराब की दुकानें बंद रखने का बड़ा फैसला लिया है। मुंबई में लॉकडाउन में मेडिकल और जरूरी सामान की दुकानें ही खोली जाएंगी।
राज्य के एक शीर्ष अधिकारी के अनुसार महाराष्ट्र ने एक दिन शराब की दुकानें खोलकर 11 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त किया है। उन्होंने बताया कि राज्य में शराब की दुकानों ने लगभग चार लाख लीटर देसी शराब बेची।
मुंबई में बंद में दी गई रियायतों को वापस ली : मुंबई में कोरोना वायरस संक्रमण के तेजी से बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए बीएमसीने शहर में बंद में दी गई छूट को वापस लेने का निर्णय किया है। बीएमसी की ओर से रात जारी एक आदेश के अनुसार केवल किराने और दवा की दुकानों को 6 मई से खोलने की अनुमति दी जाएगी।
इसमें कहा गया है कि महाराष्ट्र सरकार ने कुछ गैर जरूरी सेवाओं को शुरू करने और दुकानों को खोलने की इजाजत दी थी उसे वापस लिया जाता है।
इस आदेश में बीएमसी ने कहा कि उसे भय है कि कुछ गैर जरूरी सेवाओं को शुरू करने की इजाजत से मुंबई में कोरोना वायरस संक्रमण के हालात और खराब हो सकते हैं, इसलिए शहर को दी गई रियायतें वापस ली जाती है।
मुंबई में मामलों की संख्या 9,758 हुई : मुंबई में कोरोना वायरस के 635 नए मामले सामने आए जिससे संक्रमित लोगों की संख्या 9,758 हो गई जबकि वायरस के कारण हुई 26 मौतों के साथ इससे मरने वालों की संख्या 387 हो गई है। बीएमसी के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि 635 नए मामलों में से 120 मरीजों में 1 से 3 मई के बीच विभिन्न निजी प्रयोगशालाओं में संक्रमण की पुष्टि हुई। उन्होंने बताया कि शहर के विभिन्न अस्पतालों में 406 नए संदिग्ध भर्ती कराए गए हैं। अधिकारी ने बताया कि इलाज के बाद 220 मरीजों को छुट्टी दे दी गई।