नई दिल्ली। केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने घोषणा की है कि 9वीं और 11वीं कक्षा के जो छात्र इस साल परीक्षा में उत्तीर्ण नहीं हो पाए, उन्हें कोविड-19 (Covid-19) संकट के मद्देनजर स्कूल में होने वाली परीक्षा में शामिल होने का एक और मौका दिया जाएगा। सीबीएसई ने पिछले महीने आठवीं तक के सभी छात्रों को बिना परीक्षा लिए ही उत्तीर्ण करने की घोषणा की थी।
CBSE के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने कहा, ‘अभिभावकों और छात्रों के अनुरोध पर कोविड-19 की अभूतपूर्व स्थिति को देखते हुए सीबीएसई ने केवल इस वर्ष छात्रों को स्कूल में होने वाली परीक्षा में शामिल होने का एक और मौका देने का निर्णय किया है। चाहे उनकी परीक्षा पूरी हो चुकी हो या उसके नतीजे घोषित किए जा चुके हों या परीक्षा पूरी न हुई हो, इन सभी को यह मौका दिया जाएगा। छात्र कितने भी विषयों की परीक्षा दे सकते हैं।’
बोर्ड ने यह स्पष्ट किया कि यह मौका कोविड-19 की अभूतपूर्व स्थिति को देखते हुए केवल इस वर्ष दिया जा रहा है और भविष्य में ऐसा नहीं किया जाएगा।
भारद्वाज ने कहा, ‘स्कूल इन छात्रों की ऑनलाइन या ऑफलाइन परीक्षाएं ले सकते हैं और परीक्षाओं के आधार पर छात्रों को उत्तीर्ण करने का फैसला ले सकते हैं। उन सभी विषयों की परीक्षा ली जा सकती है, जिसमें छात्र अनुत्तीर्ण हैं। परीक्षा लेने से पहले स्कूलों को छात्रों को तैयारी करने का पर्याप्त समय भी देना होगा।’
बोर्ड ने दोहराया कि यह छूट सभी छात्रों को दी जाएगी भले ही इस अधिसूचना से पहले भी उन्हें कोई मौका दिया गया हो। उन्होंने कहा, यह अभुतपूर्व स्थिति है। बच्चे घर में बंद हैं। उनके स्कूल बंद हैं। वे मानसिक तनाव और चिंता से घिरे हैं।
अभिभावकों को वेतन और परिवार के स्वास्थ्य की चिंता है। यह मुश्किल समय है, अगर बच्चे स्कूली परीक्षा में भी उत्तीर्ण नहीं हो पाए तो और निराश हो जाएंगे।
भारद्वाज ने कहा, इस मुश्किल समय में, हम सबको साथ आकर छात्रों का तनाव दूर करने और उनकी चिंता कम करने के लिए साझा प्रयास करने चाहिए।
कोविड-19 से निपटने के लिए किए गए उपायों के तहत देशभर में 16 मार्च से विश्वविद्यालय और स्कूल बंद हैं। सीबीएसई ने इससे पहले 10वीं और 12वीं की शेष परीक्षाएं एक से 15 जुलाई के बीच कराने की घोषणा की थी। (भाषा)