नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में कोरोनवायरस (Coronavirus) संक्रमण के मामलों की संख्या शुक्रवार को बढ़कर 77,000 के पार चली गई और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार अस्पतालों में बड़े पैमाने पर आईसीयू बिस्तर लगाएगी। हालांकि उन्होंने यह भी दावा किया कि शहर में स्थिति ‘नियंत्रण में है।’
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को संक्रमण के 3,460 नए मामले सामने आए, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या 77,240 हो गई। वहीं 63 लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 2,492 हो गई। दिल्ली में अभी 27,675 लोगों का इलाज चल रहा है।
राजस्व विभाग के अधिकारी ने बताया कि दिल्ली सरकार ने 1,110 टीमों का गठन किया है। प्रत्येक टीम में दो सदस्य होंगे और वे घर-घर जाकर कोरोना वायरस संक्रमण के संबंध में सर्वेक्षण करेंगी। सर्वेक्षण का काम कुछ जिलों में शुरू हो चुका है। दिल्ली सरकार की कोविड-19 प्रतिक्रिया योजना के तहत 30 जून तक निरूद्ध क्षेत्रों में सर्वेक्षण का काम पूरा होगा और बाकी दिल्ली में यह कार्य छह जुलाई तक पूरा किया जाएगा।
केजरीवाल ने ऑनलाइन प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए दिन में कहा कि दिल्ली में अब तक संक्रमण के 74,000 मामले सामने आए हैं जिनमें से 45,000 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। केजरीवाल ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय है लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि कोविड-19 की स्थिति ‘‘अब भी नियंत्रण में है।”
उन्होंने कहा कि दिल्ली में पिछले एक हफ्ते में हल्के लक्षण वाले ज्यादा मामले आए हैं। यही कारण है कि अस्पतालों में कुल 13,500 बेड के बावजूद केवल 6,000 पर ही मरीज हैं। उन्होंने कहा, 'हमने जांच की क्षमता तीन गुना बढ़ा दी है और इसलिए शहर में मामले बढ़ रहे हैं। अगर हम आगामी दिनों में एक-दो लाख जांच करेंगे तो स्वाभाविक है कि संक्रमण के मामले बढ़ेंगे।'
उन्होंने कहा कि एलएनजेपी अस्पताल, राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल और जीटीबी अस्पताल में सरकार बड़े पैमाने पर आईसीयू बेड लगाने वाली है। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि दिल्ली सरकार पिछले 10 दिन में कोविड-19 मरीजों के लिए होटलों में पहले ही 3,500 बेड उपलब्ध करा चुकी है।
केजरीवाल ने कहा कि उनके मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को बैठक की और बुराड़ी अस्पताल में 450 अतिरिक्त बेड लगाने का फैसला किया गया। इसके लिए धन आवंटन की मंजूरी दे दी गई। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि घरों में पृथक रह रहे कोविड-19 के मरीजों को ऑक्सीमीटर दिए गए हैं और यह बीमारी के खिलाफ 'सुरक्षा कवच' की तरह काम करेगा।
केजरीवाल ने कहा कि सरकार को शहर में 200 मरीजों की प्लाज्मा थैरेपी की अनुमति मिल गई है तथा एलएनजेपी अस्पताल, राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में मरीजों पर इसका परीक्षण होगा। वहीं भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) प्रमुख एस एस देसवाल ने यहां कोविड-19 के संबंध में बनाए गए 10,000 बिस्तरों वाले नए केंद्र का निरीक्षण किया और तैयारियों की समीक्षा की। (भाषा)