बीजिंग। चीन ने आपूर्ति श्रृंखला में लचीलापन पहल (एससीआरआई) शुरू करने के लिए भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के व्यापार मंत्रियों की त्रिपक्षीय पहल पर बुधवार को तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि औद्योगिक श्रृंखलाओं का स्थानांतरण आर्थिक कानूनों के खिलाफ है और इससे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाएं बाधित होती हैं।
एससीआरआई का मकसद भारत-प्रशांत क्षेत्र में आपूर्ति श्रृंखला में लचीलेपन को बढ़ाना और क्षेत्र में आपूर्ति का भरोसेमंद स्रोत विकसित करने के साथ ही निवेश को भी आकर्षित करना है।ऑस्ट्रेलिया के व्यापार, पर्यटन और निवेश मंत्री डान तेहन, भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और जापान के आर्थिक, व्यापार और उद्योग मंत्री काजीयामा हीरोशी ने डिजिटल तरीके से इस पहल की शुरूआत की।
तीन मंत्रियों की बैठक और एससीआरआई शुरू किए जाने के बारे में पूछे जाने पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा कि वैश्विक औद्योगिक और आपूर्ति श्रृंखलाओं का निर्माण और विकास बाजार आधारित नियमों और उद्यमियों की पसंद का परिणाम है।
उन्होंने कहा कि औद्योगिक श्रृंखलाओं की ऊपरी और निचली पहुंच ऐसा संबंध है, जो सहकारी है और इसमें सभी पक्षों को फायदा होता है। उन्होंने कहा कि यह किसी एक पक्ष से दूसरे पक्ष को कोई उपहार नहीं है।
लिजियान ने दावा किया कि औद्योगिक श्रृंखलाएं बदलना आर्थिक कानूनों और तथ्यों के खिलाफ है। इससे विभिन्न देशों के सामने आने वाली समस्याओं को सुलझाने में मदद नहीं मिलेगी और वैश्विक औद्योगिक आपूर्ति श्रृंखलाएं बाधित होंगी, जो वैश्विक अर्थव्यवस्था की स्थिरता और सुधार के लिए अनुकूल नहीं है।(भाषा)