लंदन। प्रतिष्ठित ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय (University of Oxford) द्वारा नोवेल कोरोना वायरस (COVID-19) के इलाज के लिए विकसित टीके का मनुष्य पर परीक्षण गुरुवार को ब्रिटेन में शुरू हुआ और वैज्ञानिकों ने इसके सफल होने की 80 प्रतिशत संभावना जताई है।
ब्रिटेन की सरकार ने कोरोना वायरस टीका परीक्षण कार्यक्रम में 2 करोड़ पाउंड देने का ऐलान किया है। ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने कहा कि सरकार घातक वायरस के खिलाफ टीका विकसित करने के लिए हरसंभव निवेश करेगी।
उन्होंने कहा कि दुनिया में सफल टीका विकसित करने का पहला देश होने को लेकर उम्मीदें इतनी ज्यादा हैं कि मैं इस पर सबकुछ लगा रहा हूं। टीके को चिंपाजी से प्राप्त एक हानिरहित वायरस से बनाया गया है।
ब्रिटेन में परीक्षण में शामिल होने के लिए लोगों को 625 पाउंड की पेशकश की जा रही है और अगले महीने के मध्य तक इस अनुसंधान के लिए 500 लोगों को पंजीकृत करने का लक्ष्य है।
ऑक्सफोर्ड की टीका परियोजना की प्रमुख प्रोफेसर साराह गिलबर्ट हैं और उनके साथ अन्य वैज्ञानिकों ने इस साल जनवरी में टीके के विकास पर काम शुरू किया था।
टीम ने एक बयान में कहा कि ऐसा लगता है कि काम शुरू हुए लंबा वक्त गुजर गया, लेकिन वास्तव में चार महीने से कुछ कम समय ही निकला है जब हमने गंभीर निमोनिया के मामलों के आने के बारे में सबसे पहले सुना था और इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया था। (भाषा)