नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोनावायरस संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। राजधानी में शनिवार को कोरोना संक्रमण के 24,000 से अधिक नए मामले सामने आए जबकि 357 लोगों की मौत हो गई। यहां सांसों का संकट बना हुआ है और मरीजों के परिजन मेडिकल ऑक्सीजन की तलाश में दर दर भटक रहे हैं। इस बीच केजरीवाल सरकार संक्रमण की रफ्तार थामने के लिए Lockdown बढ़ाने पर विचार कर रही है।
दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में लोगों के संक्रमित पाए जाने की दर 32.27 प्रतिशत है। यहां अभी 93,080 एक्टिव मरीज हैं। पिछले 24 घंटे में 22,695 मरीज संक्रमण से ठीक हुए हैं।
बुलेटिन के मुताबिक, दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 74,702 नमूनों की जांच की गई और 35,455 लोगों को कोविड-19 टीका लगाया गया।
लॉकडाउन बढ़ाने पर विचार : दिल्ली में छोटी अवधि के लिए लगाए लॉकडाउन के बावजूद राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस संक्रमण के हालात चिंताजनक बने हुए हैं। ऐसे में दिल्ली सरकार कुछ और दिन के लिए लॉकडाउन को विस्तार देने पर विचार कर रही है।
दिल्ली सरकार के एक सूत्र ने कहा, 'छोटी अवधि के लॉकडाउन का मकसद मामलों की संख्या को काबू करने के साथ ही स्वास्थ्य ढांचे को मजबूती देने के लिए समय हासिल करना था। हालांकि, परिस्थितियां खराब से बदतर हो गई हैं। ऐसे हालात में एक और सप्ताह के लिए लॉकडाउन को विस्तार देना एक संभव विकल्प है।'
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 19 अप्रैल को छह दिन के लॉकडाउन की घोषणा की थी जो सोमवार सुबह पांच बजे तक लागू होगा। संक्रमण की कड़ी को तोड़ने और स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने के लिए यह लॉकडाउन लागू किया गया था।
सर गंगाराम अस्पताल को मिली 5 मीट्रिक ट्रन ऑक्सीजन : दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल को रविवार सुबह चार बजकर 15 मिनट पर पांच मीट्रिक टन ऑक्सीजन मिली। पिछले तीन दिनों में यह अस्पताल को मिली सबसे अधिक ऑक्सीजन है। यह ऑक्सीजन 11 से 12 घंटे तक चलेगी। लंबे वक्त के बाद ऑक्सीजन पूरे दबाव पर काम कर रही है।
इससे पहले, शहर के प्रतिष्ठित अस्पताल ने शनिवार को रात साढ़े दस बजे एक अन्य जीवन रक्षा संदेश (एसओएस) भेजते हुए कहा था कि उसके पास केवल करीब 45 मिनट तक आपूर्ति के लिए ऑक्सीजन बची है और 100 से अधिक मरीजों का जीवन जोखिम में है।
मात्र 309 मिट्रिक टन ऑक्सीजन मिली : दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल, जयपुर गोल्डन अस्पताल समेत कई अस्पतालों लगातार ऑक्सीजन संकट बना हुआ है। आप सरकार ने शनिवार को दिल्ली उच्च न्यायालय से कहा कि राष्ट्रीय राजधानी को आवंटित 480 मिट्रिक टन ऑक्सीजन की तुलना में शुक्रवार को उसे 309 मिट्रिक टन चिकित्सकीय ऑक्सीजन मिली, जो शहर के अस्पतालों में ऑक्सीजन संकट का अहम कारण है।