नीमच जिले की मनासा पुलिस का एक बड़ा ही हैरतअंगेज कारनामा सामने आया है। इसे कोरोना वायरस (Corona) का डर कहें या पुलिस द्वारा अतिउत्साह में की गई लापरवाही, जिसने एक युवक की जान को कुछ समय के लिए तो जोखिम में डाल ही दिया। यहां महाराष्ट्र से लौट रहे एक युवक को पुलिस करीब 15 किलोमीटर तक अपने वाहन के पीछे लटका कर ले गई।
दरअसल मनासा पुलिस को सूचना मिली थी कि एक युवक महाराष्ट्र से पैदल चलकर मनासा के नलखेड़ा गांव होकर जा रहा है। सूचना मिलने पर पुलिस ने नलखेड़ा गांव में युवक से पूछताछ की और उसे जांच के लिए अपने वाहन के पीछे लटकाकर मनासा ले आई।
इस दौरान करीब 15 किलोमीटर तक युवक पुलिस वाहन के पीछे लटका रहा। गनीमत यह रही कि इस दौरान कोई हादसा नहीं हुआ वरना पुलिस की लापरवाही का खामियाजा युवक को भुगतना पड़ सकता था। युवक मनासा के गांव साकरियाखेड़ी का रहने वाला है, जो मजदूरी के लिए महाराष्ट्र गया हुआ था।
इस दौरान वह पैदल चलकर मनासा पहुंचा था। इसे कोरोना का डर नहीं कहें तो और क्या है। वरना पुलिस युवक को वाहन में बैठाकर ले जाने के बजाए बाहर लटकाकर क्यों ले जाती। इस मामले पर नीमच जिले के पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय का कहना है कि पुलिसकर्मी अपने कर्तव्य के प्रति अतिउत्साह में इस तरह का कदम उठा गए। पूरे मामले की जानकारी लेकर जिम्मेदारों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।