गांधीनगर। गुजरात में कोरोनावायरस का कहर तेजी से बढ़ रहा है। राज्य में अहमादाबाद, सूरत समेत कई स्थानों से वैक्सीन, ऑक्सीजन और इंजेक्शन की कमी की खबरें आ रही है। कुल मिलाकर चिकित्सा इंतजाम वेंटिलेटर पर नजर आ रहे हैं।
गुजरात के सभी बड़े शहरों के अस्पतालों में बुरा हाल है। अहमदाबाद और सूरत के अस्पतालों में ऑक्सिजन की कमी है। सूरत के सिविल अस्पताल में भर्ती 90 प्रतिशत मरीज ऑक्सिजन पर है। नए मरीजों की हालत भी गंभीर बताई जा रही है।
राज्य में कोरोना टीकाकरण अभियान भी वैक्सीन की कमी से जुझ रहा है। केवल 10 प्रतिशत बेड्स खाली है। कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन किसी संजीवनी से कम नहीं है। लेकिन अस्पतालों के पास इन इंजेक्शनों की कमी है।
क्या बोले मंत्री : गुजरात के कुछ हिस्सों में कोविड-19 टीके की कमी की शिकायतों के बीच उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि केंद्र से टीके की 15 लाख नई खुराक प्राप्त हुई है। राज्य सरकार अगली खेप के लिए केंद्र सरकार से बातचीत कर रही है। गुजरात में प्रतिदिन औसतन 1.7 लाख लाभार्थियों को टीका दिया जा रहा है।
100 से ज्यादा स्थानों पर लॉकडाउन : संक्रमण को रोकने के लिए राज्य में 100 से ज्यादा शहरों, कस्बों और गांवों में लॉकडाउन का सहारा लिया गया है। प्रशासन लगातार लोगों से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील कर रहा है।
राज्य में 8 अप्रैल को 4021 नए मामले सामने आए, 2197 लोगों ने कोरोना को मात दी जबकि 35 लोगों की मौत। यहां अब तक 3.32 लाख लोग इस महामारी से संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 3.07 लाख रिकवर हो चुके हैं, जबकि 4,655 मरीजों की मौत हुई है और फिलहाल 20,473 लोगों का इलाज चल रहा है।