मुंबई। मुंबई में बढ़ते कोरोनावायरस संक्रमण (Coronavirus) के चलते बीएमसी (BMC) ने सभी शिक्षकों, स्कूल स्टॉफ को घर से काम करने का निर्देश जारी किया है। बता दें कि मुंबई कोरोनावायरस की दूसरी लहर की गिरफ्त में है। बीएमसी के निर्देशों के मुताबिक 17 मार्च से 12वीं क्लास तक सभी बोर्ड के कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम करने को कहा गया है। पहले शैक्षणिक कर्मचारियों को स्कूल आने की अनुमति थी, शिक्षकों को स्कूल परिसर के ऑनलाइन क्लास लेने की इजाजत थी। सर्कुलर में कहा गया है कि अब ई-लर्निंग के जरिए घर से पढ़ाई होगी।
मुंबई में कोरोना के रिकॉर्ड मामले : गौरतलब है कि मुंबई में प्रतिदिन आने वाले संक्रमण के मामलों की संख्या 2 हजार के करीब पहुंच गई है। मंगलवार को मुंबई में कोरोनावायरस के 1,922 मामले सामने आए, जबकि 1 दिन पहले शहर में संक्रमण के मामले 1,712 थे। मुंबई में कोरोना के 1 दिन में 1,922 मामले 1 साल के भीतर 24 घंटे का दूसरा सबसे बड़ा आंकड़ा है। बीएमसी की ओर से जारी बुलेटिन के मुताबिक शहर में ऐसी 246 बिल्डिंगों को सील किया गया है, जहां 5 से ज्यादा मामले हैं। इसके साथ बीएमसी ने 34 इलाकों को कंटेनमेंट जोन के रूप में चिन्हित किया है। 14 मार्च को मुंबई में कोरोनावायरस संक्रमण के 1,963 केस सामने आए थे और ये 1 साल के भीतर 1 दिन का सबसे बड़ा आंकड़ा था।
शादी और अंतिम संस्कार में सिर्फ 50 लोग : बीएमसी ने अपनी गाइडलाइंस में कहा कि सिंगल स्क्रीन और मल्टीप्लेक्स के साथ होटल अपनी 50 फीसदी क्षमता के साथ काम करेंगे। राज्य में कोई भी सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक गतिविधि नहीं होगी। नियमों के मुताबिक शादी और अंतिम संस्कार में सिर्फ 50 लोग ही शामिल हो सकते हैं। स्वास्थ्य और आवश्यक सेवाओं के अलावा सभी कार्यालय 50 फीसदी क्षमता के साथ काम करेंगे, लेकिन सलाह है कि वर्क फ्रॉम होम करें।
महाराष्ट्र में अचानक से कोरोनावायरस संक्रमण के मामले बढ़ने की जांच करने पहुंची केंद्र की टीम ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि राज्य में ट्रैकिंग और ट्रेसिंग में खासी लापरवाही बरती गई है। रिपोर्ट के आधार पर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्य सरकार को पत्र लिखा है। भूषण ने अपने पत्र में राज्य सरकार से 'सबसे बुरी स्थिति के लिए तैयारी' करने को कहा है।