मॉस्को। दुनियाभर में वैक्सीनेशन अभियान चलाए जाने के बावजूद कोरोना महामारी पर लगाम नहीं लग पा रही है। अभी भी कई देशों में कोरोना संक्रमण से बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो रही है। रूस में हालात काफी खराब होते जा रहे हैं, जो काफी चिंताजनक हैं। रूस में डेल्टा स्ट्रेन के एक सब-वेरिएंट के मामले सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। AY.4.2 नाम के इस सब-वेरिएंट को मूल डेल्टा वेरिएंट से 10 से 15 प्रतिशत ज्यादा संक्रामक बताया जा रहा है। AY.4.2 वेरिएंट के अगर ज्यादा मामले सामने आते हैं तो विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से इस सब-वेरिएंट को वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट की लिस्ट में शामिल किया जा सकता है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक रूस के अलावा ब्रिटेन में भी कोरोना के डेल्टा वेरिएंट में नया उत्परिवर्तन हुआ है, जो तेजी से फैल रहा है। इसकी निगरानी और आकलन किया जा रहा है। देश की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी ने कहा है कि डेल्टा के नए वेरिएंट AY.4.2 की नियमित तौर पर निगरानी की जा रही है। समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक रूस में 1 दिन में 34,073 नए मामले सामने आए जबकि महामारी से 1,028 लोगों की मौत हो गई। रूस में अब तक 2,26,353 लोगों की कोरोना महामारी से मौत हो चुकी है जबकि संक्रमितों का आंकड़ा 80,94,825 हो गया है।
रूस 24 घंटे में 1,028 मरीजों की मौत कोरोना से प्रतिदिन होने वाली मौतों की सर्वाधिक संख्या है। रूसी मंत्रिमंडल ने सुझाव दिया है कि महामारी की रोकथाम के लिए 1 हफ्ते तक अवकाश घोषित किया जा सकता है। AY.4.2 डेल्टा वेरिएंट के एक सब-टाइप का प्रस्तावित नाम है। इसे रूस और ब्रिटेन के अलावा दुनियाभर के कई देशों में पाया गया है। इसके स्पाइक प्रोटीन में 2 म्यूटेशन Y145H और A222V हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार दोनों म्यूटेशंस कई अन्य लीनिएज में भी मिले हैं, लेकिन उनकी फ्रीक्वेंसी कम रही है। एक अनुमान के मुताबिक इस नए सब-टाइप की यूके के नए मामलों में 8 से 9 फीसदी की हिस्सेदारी है।