हरिद्वार। उत्तराखंड राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए इस बार 14 जनवरी को मकर संक्रांति के पर्व पर धर्मनगरी हरिद्वार में हर की पौड़ी पर किसी को जाने की अनुमति नहीं होगी, जिससे तीर्थयात्री यहां गंगा स्नान नहीं कर सकेंगे।
जिला अधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पांडे ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए मकर संक्रांति के मौके पर गंगा स्नान पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। इस आदेश के बाद से ही हरकी पैड़ी पर बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं के साथ ही स्थानीय लोगों के प्रवेश पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। ऐसे में आदेश का पालन न करने वालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सोमवार को पंजाब के मुख्यमंत्री सीएम चरणजीत चन्नी अपने रिश्तेदार की अस्थियां विसर्जित करने हरिद्वार हर की पौड़ी पहुंचे थे।
हरिद्वार के कोतवाली इंचार्ज राकेन्द्र कठैत ने बताया कि विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के कारण एक मुख्यमंत्री के तौर पर ना तो उनका कोई प्रोटोकोल आया था और ना ही पहले से कोई जानकारी मिली थी। हरिद्वार पहुंचने तक चरणजीत चन्नी के आने की भनक किसी को नहीं लग पाई, स्थानीय कांग्रेसियों को भी इसकी जानकारी नहीं थी। हरिद्वार आने तक पुलिस को भी इसकी भनक तक नहीं थी।
जब चरणजीत सिंह चन्नी हर की पैड़ी पर पहुंच गए तो तब हरिद्वार पुलिस को पंजाब सीएम के आने की जानकारी मिली और उन्हें सुरक्षा प्रदान की गई।