वॉशिंगटन। कोरोना वायरस के केस भले ही इस समय कम होने लगे हों, लेकिन इस महामारी का खतरा खत्म नहीं हुआ है। इसी को देखते हुए अमेरिकी वैज्ञानिकों ने कोरोना वैक्सीन की चौथी डोज देने की तैयारी शुरू कर दी है।
संक्रामक रोग विशेषज्ञ और अमेरिका के चीफ मेडिकल एडवाइजर एंथनी फाउसी ने कहा है कि ओमिक्रॉन वायरस से बचाव के लिए हम कोविड वैक्सीन (Corona Vaccine) की चौथी डोज की सिफारिश करने पर विचार कर रहे हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के चीफ मेडिकल एडवाइजर एंथनी फाउसी ने आगे कहा कि हम एक-एक करके कदम उठा रहे हैं।
तीसरी बूस्टर डोज का डाटा जुटा रहे हैं। और साइंटिफिक डाटा के हिसाब से फैसला कर रहे हैं। कोविड की चौथी डोज के बारे में निर्णय लेने के लिए भी हम इसी प्रक्रिया का पालन करेंगे।
दरअसल, ये माना जा रहा है कि दुनिया में कोविड के अगले वेरिएंट को लेकर खतरा बना हुआ है। इसी को देखते हुए वैज्ञानिक कोई रिस्क नहीं लेना चाहते।
ज्यादातर आबादी को कोविड वैक्सीन लग चुकी है। अब मंथन इस बात को लेकर चल रहा है कि वैक्सीन की बूस्टर डोज कब-कब लगाई जाएं। इजरायल में चौथी डोज लगाने का काम शुरु हो चुका है। वहां पिछले महीने पहले हुई स्टडी से पता चला था कि चौथी डोज से कोरोना से बचाव की ताकत दोगुनी हो जाती है।
कोरोना मामलों को देखें तो अमेरिका भी कोरोना के विस्फोट से उबरने लगा है। अमेरिका में 8 फरवरी को पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना के करीब ढाई लाख मामले आए थे, जबकि 16 फरवरी को ये आंकड़ा 8 लाख रोजाना तक पहुंच गया था।
भारत की बात करें तो बुधवार को कोरोना के कुल 71,365 नए केस सामने आए और 1217 लोगों की मौत हुई। अब तक कुल 4 करोड़ 24 लाख केस सामने आ चुके हैं, लेकिन एक्टिव केस केवल 8 लाख 92 हजार 828 ही हैं। डेली पॉजिटिविटी रेट भी घटकर 4.54 प्रतिशत रह गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, भारत में अब तक लगभग डेढ़ करोड़ लोगों को कोरोना की तीसरी डोज लगाई जा चुकी है।