नई दिल्ली। अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर ने उम्मीद जताई है कि उसके द्वारा विकसित की जाने वाली कोरोना वैक्सीन अगर अंतिम चरण के मानव परीक्षण में सुरक्षित और प्रभावी साबित होती है तो अगले माह के अंत तक वह वितरण के लिए पूरी तरह तैयार होगी।
फाइजर ने कहा कि उसे अक्टूबर के अंत तक यह पता चल जाएगा कि जर्मनी की कंपनी बायो एनटेक के साथ मिलकर उसके द्वारा विकसित की जाने वाली कोरोना वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावी है या नहीं। उसने कहा कि जैसे ही यह पता चलता है कि वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावी है, वह तत्काल इसके आपात इस्तेमाल की मंजूरी के लिए अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्राधिकरण (यूएसएफडीए) के समक्ष आवेदन करेगी। कंपनी अब तक वैक्सीन के लाखों खुराक तैयार कर चुकी है।
फाइजर द्वारा विकसित की जाने वाली कोरोना वैक्सीन मानव परीक्षण के अंतिम एवं तीसरे चरण में हैं। तीसरे चरण का परीक्षण करीब 23 हजार वॉलेंटियर पर किया गया है और इनमें से हजारों को दूसरा बूस्टर डोज भी दिया जा चुका है।
फाइजर के इस बयान के एक दिन पहले ही अमेरिका के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने अमेरिका के सभी 50 राज्यों तथा 5 बड़े शहरों के जनस्वास्थ्य अधिकारियों को यह निर्देश दिया था कि वह स्वास्थ्यकर्मियों और कोरोना संक्रमण के अत्यधिक जोखिम वाले समूहों के बीच कोरोना वैक्सीन के वितरण के लिए अक्टूबर के अंत तक या नवंबर की शुरुआत पर पूरी तैयार कर लें।(वार्ता)