इंदौर/भोपाल। अन्य राज्यों की तुलना में मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस (Corona Virus) को स्थिति बहुत अच्छी है। राज्य में अभी तक किसी भी व्यक्ति को कोरोना वायरस की पुष्टि नहीं हुई है। इस बीच, इंदौर में 18 संदिग्ध लोगों की जांच में 17 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। वहीं, उज्जैन में भी थाईलैंड से लौटे डॉक्टर दंपति को ऐहतियात के तौर पर आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है।
इंदौर के सीएचएमओ डॉ. प्रवीण जड़िया ने बताया कि इंदौर में अभी तक एक भी व्यक्ति में कोरोना की पुष्टि नहीं हुई है। 18 संदिग्धों की जांच कराई गई। इनमें से 17 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है, जबकि एक व्यक्ति की रिपोर्ट अभी आना बाकी है।
इसके अलावा इंदौर जिला प्रशासन ने निर्देश दिए हैं कि शादी व अन्य समारोहों के लिए होटल एवं मैरिज गार्डन में 20 से ज्यादा मेहमान एकत्र नहीं होंगे।
उज्जैन में डॉक्टर दंपति आइसोलेशन वार्ड में : दूसरी ओर, उज्जैन में आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर दंपति को कोरोना के संदेह में माधव नगर के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया है। उनके सैंपल लेकर जांच के लिए इंदौर भेजे गए हैं। डॉक्टर दंपति 2 मार्च को थाईलैंड घूमने गए थे। 7 मार्च को वे वहां से लौटे, इसके बाद से उन्हें सर्दी-खांसी और गले में इंफेक्शन की शिकायत बनी हुई थी।
नोडल अधिकारी डॉ. एचपी सोनानिया ने बताया थाईलैंड से आने के बाद ही दोनों का स्वास्थ्य खराब होने लगा था। उन्होंने अपना इलाज कराया, लेकिन स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने पर कोरोना के संदेह के चलते सोमवार को उन्हें माधव नगर के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया है। डॉक्टर सोनानिया ने कहा कि रिपोर्ट आने पर ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
ओंकारेश्वर में नई व्यवस्था : कोरोना से बचाव के मद्देनजर ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग संस्थान ने श्रद्धालुओं के लिए सलाह जारी की है। मंदिर सहित प्रमुख स्थानों पर बोर्ड लगाए हैं। इसमें कतार में खड़े होने पर पर्याप्त दूरी बनाए रखने व ऑनलाइन बुकिंग की तारीख आगे बढ़ाने का आग्रह किया गया है। ट्रस्टी की सीईओ व एसडीएम ममता खेड़े ने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि संभव हो तो कुछ समय के लिए तीर्थयात्रा टाल दें।
मंदसौर में कोचिंग संस्थान बंद : जिला कलेक्टर ने मंदसौर जिले की सभी कोचिंग संस्थान को आगामी आदेश तक बंद रखने के निर्देश जारी कर दिए हैं। इसके अलावा जिले की सभी मंडियों में कोरोना वायरस से बचने के लिए हाथ धोने की उचित व्यवस्था करने के लिए मंडी सचिवों व एसडीओ को निर्देश दिए गए हैं।