चेन्नई। अगर मुझे छींक आती है तो क्या मैं कोविड-19 से संक्रमित हूं?, कोरोना वायरस प्रकोप के मद्देनजर क्या मैं मांसाहार का सेवन कर सकता हूं? कोरोना वायरस के प्रसार से बचाव के उपायों और इस घातक वायरस के लक्षणों के बारे में जानकारी लेने के लिए सरकार की ओर से जारी हेल्पलाइन नंबर पर इस तरह के सवालों की मानो बाढ़-सी आई हुई है। ऐसे सवालों को लेकर लोग विशेषज्ञ की सलाह लेना चाहते हैं।
अपनी शंकाओं को लेकर संपर्क करने वाले अधिकतर लोग यह जानना चाहते हैं कि वायरस प्रकोप के इस समय में रोजाना उन्हें कितना भोजन करना चाहिए अथवा लॉकडाउन में कब तक ढील देने की संभावना है।
इसी तरह बहुत अधिक संख्या में लोगों का सवाल होता है कि अगर उन्हें छींक या खांसी आ रही है तो क्या उन्हें कोविड-19 का संक्रमण है?
कॉल का जवाब देने वाली शैलजा (बदला हुआ नाम) ने कहा कि हमें राज्य के विभिन्न हिस्सों और शहरों से ऐसे सैकड़ों कॉल आते हैं, जिनमें उन्हें डर होता है कि उन्हे छींक और खांसी आ रही है इसलिए वे वायरस से संक्रमित हो सकते हैं। लोग इतना चिंतित हो जाते हैं कि वे यह तक महसूस नहीं कर पाते कि आमतौर पर छींक एलर्जी के कारण आती है।
उन्होंने कहा कि हम संपर्क करने वालों लोगों को वायरस के लक्षणों के बारे में जानकारी देने के साथ ही यह जानने की कोशिश करते हैं कि उन्होंने वायरस प्रभावित देश की यात्रा तो नहीं की अथवा वे घर में पृथक वास में रखे गए किसी व्यक्ति के संपर्क में तों नहीं आए।
सवालों का जवाब देने वाली एक पोषण विशेषज्ञ ने कहा कि हम लोगों को सलाह देते हैं कि खाने से पहले मांस को अच्छी तरह से पका लें।
काफी संख्या में लोग रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए आदर्श खुराक से संबंधित सवाल पूछते हैं। ऐसे लोगों को ताजा खाना खाने के साथ ही फलों और सब्जियों का सेवन करने की सलाह दी जाती है। यहां तक कि आंवला और संतरा का सेवन भी शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने में सहायक हो सकता है। (भाषा)