लंदन। अनुसंधानकर्ता मधुमेह से पीड़ित लोगों में रक्त शर्करा का स्तर पता लगाने में उपयोगी ग्लूकोज टेस्ट स्ट्रिप की तरह कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 के लिए त्वरित, किफायती और बड़े स्तर पर लार आधारित बायोसेंसर जांच को विकसित करने का प्रयास कर रहे हैं।
स्कॉटलैंड में स्ट्रेथक्लाइड विश्वविद्यालय की अनुसंधानक टीम के मुताबिक बड़े पैमाने पर टेस्ट में प्रति जांच 20 पेंस की लागत आएगी। सामुदायिक स्तर पर कोविड-19 संक्रमण का पता लगाने में त्वरित तौर पर इस जांच का प्रयोग हो सकता है। टेस्ट स्ट्रिप पर लार के नमूने से कोई व्यक्ति खुद भी जांच कर सकता है।
यह स्ट्रिप एक उपकरण से जुड़ी होगी और डिस्प्ले पर परिणाम का पता चल जाएगा। अन्य जांच की तुलना में ग्लूकोज रक्त जांच किट का उत्पादन बड़े पैमाने पर किया जा सकता है। उसी तरह इस तरीके से कोविड-19 की जांच आसानी से की जा सकती है।
रॉयल सोसाइटी ऑफ कैमिस्ट्री की शोध पत्रिका केमिकल कम्युनिकेशन में प्रकाशित अध्ययन में बताया गया है कि जांच के लिए सेंसर की सतह पर रासायनिक प्रतिक्रिया के लिए एसीई2 एंजाइम का इस्तेमाल किया जाता है। टीम ने इस प्रायोगिक प्रौद्योगिकी का पेटेंट कराया है और एनएचएस द्वारा मुहैया कराए गए नमूनों पर इसका परीक्षण किया।
कंपनी नोरक्लिफ कैपिटल की मदद से औरियम डायग्नोस्टिक इसे बाजार में उतारने वाली है। कंपनी 12 महीने के भीतर आपात इस्तेमाल के लिए पहला उत्पाद पेश करेगी और सीई मार्क से लैस उत्पाद 18-24 महीने में बाजार में आएंगे।
स्ट्रेथक्लाइड विश्वविद्यालय में बायोमेडिकल इंजीनियरिंग विभाग के अग्रणी अनुसंधानकर्ता डॉ. डेमियन कोरिगन ने कहा, कोविड-19 के लिए इससे बड़े पैमाने पर किफायती जांच हो सकेगी। साथ ही संक्रमण का तुरंत पता भी लग जाएगा।
इसका मतलब है कि किसी कार्यस्थल पर बहुत कम लागत में कर्मियों की जांच की जा सकेगी और संक्रमित मरीजों की पहचान करने और बेहतर प्रबंधन करने में मदद मिलेगी। टीम ने मधुमेह के लिए जांच स्ट्रिप के क्षेत्र में दुनिया की अग्रणी निर्माता कंपनी लाइफस्कैन से भागीदारी की है।(भाषा)