मुंबई। महाराष्ट्र में लगातार तेजी से फैल रहे कोरोनावायरस ने राज्य की उद्धव ठाकरे सरकार के साथ ही केंद्र और पड़ोसी राज्यों की सरकार की चिंता भी बढ़ा दी है। पिछले 24 घंटों में राज्य में 25,833 नए मामले सामने आए हैं। मराठवाड़ा, विदर्भ समेत पुरे महाराष्ट्र में कोरोना का कहर दिखाई दे रहा है।
भारत में सबसे ज्यादा मामले पुणे से ही आ रहे हैं। देश में कोरोना का कहर जिन 10 जिलों में सबसे ज्यादा है, उनमें से 9 महाराष्ट्र के हैं। पुणे, नागपुर, मुंबई, औरंगाबाद समेत पुरे राज्य में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते दिखाई दे रहे हैं। पुणे बड़े शहरों के साथ ही कस्बों और गांवों तक कोरोना ने अपने पैर पसार लिए हैं।
राज्य के कई शहरों में इसके बढ़ते कहर को थामने के लिए नाइट कर्फ्यू, लॉकडाउन जैसे कदम उठाए गए। इसके बाद भी स्थिति बिगड़ती ही जा रही है। इससे सबक लेकर आसपास के कई राज्यों ने यहां से आने वालों के लिए कोरोना टेस्ट अनिवार्य कर दिया है। मध्यप्रदेश ने यहां से आने वाली बसों पर भी रोक लगा दी है।
पुणे में स्थिति सबसे गंभीर : महाराष्ट्र के पुणे में स्थिति बेहद गंभीर दिखाई दे रही है। गुरुवार को कोरोनावायरस संक्रमण के 4,965 नए मामले सामने आए जिसके बाद कुल मामले बढ़कर 4,53,532 हो गए। 31 मरीजों की मौत के साथ ही मृतकों की संख्या 9,486 हो गई। पुणे के साथ ही आसपास के जिलों में भी कोरोना के काफी मामले सामने आ रहे हैं।
नागपुर में भी हाल बेहाल : नागपुर सहित विदर्भ में कोरोना का प्रकोप बढ़ गया है जिसमें 24 घंटे में 3,796 मामले रिकॉर्ड किए गए, 23 मरीजों की मौत, वहीं 1,277 मरीज ठीक हुए हैं। नागपुर जिले में 23,614 सक्रिय रोगियों के सामने आने से चिंता का माहौल पैदा हो गया है। नागपुर शहर के साथ ही ग्रामीण इलाकों में भी कोरोना को लेकर दहशत का माहौल है।
क्या है मुंबई का हाल : मुंबई में भी गुरुवार को कोरोना के 2,877 मामले दर्ज किए गए। यह मुंबई में अब तक का उच्चतम स्तर है। इसके बाद भी लोगों की लापरवाही बढ़ती ही जा रही है। इससे पहले सबसे ज्यादा 2,848 कोरोना केस 7 अक्टूबर 2020 को दर्ज किए गए थे।
मराठवाड़ा में भी स्थिति गंभीर : मराठवाड़ा के 8 जिलों में भी कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी का कहर तेजी से बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के 3,573 नए मामले सामने आए और 26 मरीजों की मौत हो गई। औरंगाबाद में स्थिति सबसे गंभीर है। यहां संक्रमण के 1557 नए मामले सामने आए और 15 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद नांदेड़, जालना, लातूर, बीड़ आदि जिलों में भी स्थिति गंभीर है।
लापरवाही पड़ी भारी: महाराष्ट्र में लगातार तेजी से बढ़ते मामले की एक वजह कोरोना की दूसरी लहर बताई जा रही है। हालांकि इसके पीछे लोगों की लापरवाही भी सामने आ रही है। लोगों में ना तो कोरोना को लेकर डर है और ना ही संक्रमण रोकने को लेकर वे गंभीर दिखाई देते हैं। लोग सड़कों पर बगैर मास्क के बेखौफ होकर घूमते दिखाई देते हैं। सोशल डिस्टेंसिंग और सैनेटाइजर का इस्तेमाल भी गंभीरता से नहीं किया जा रहा है। कभी मुंबई के दादरी से आने वाली तस्वीरें चौंकाती है तो कभी नागपुर से आने वाली तस्वीरें हैरान कर देती है।