संयुक्त राष्ट्र। कोविड-19 महामारी ने जहां दुनिया के कई देशों के लिए बड़ा संकट खड़ा किया है, वहीं यह भारत के लिए स्वास्थ्य बीमा योजना आयुष्मान भारत को आगे बढ़ाने का 'अवसर' साबित हो सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख टेड्रॉस अदानोम गेब्रेयसस यह राय व्यक्त की है।
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक गेब्रेयसस ने भारत में कोविड-19 की स्थिति पर सवाल के जवाब में कहा कि यह भारत के लिए विशेषरूप से प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा को आगे बढ़ाने का अवसर है। भारत में कोरोना वायरस के मामले अब भी काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। शुक्रवार को कोरोना वायरस के मामलों की संख्या में इटली को पीछे छोड़कर भारत 6ठे स्थान पर पहुंच गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार भारत में कोविड-19 संक्रमण के मामले 2,36,657 पर पहुंच गए हैं। अब तक यह महामारी देश में 6,642 लोगों की जान ले चुकी है।
गेब्रेयसस ने शुक्रवार को जिनेवा में कहा कि निश्चित रूप से कोविड-19 दुनिया के कई देशों के लिए एक बड़ी चुनौती है, लेकिन हमें इसें अवसरों को भी खोजना होगा। उदाहरण के लिए भारत में यह आयुष्मान भारत योजना को आगे बढ़ाने का अवसर है। विशेषरूप से प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा पर ध्यान दिया जा सकता है। मुझे इस बात की जानकारी है कि सरकार आयुष्मान भारत को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
आयुष्मान भारत दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है। नरेन्द्र मोदी सरकार ने 2018 में इसकी शुरुआत की थी। मोदी ने पिछले महीने कहा था कि इस योजना का लाभ लेने वालों की संख्या 1 करोड़ को पार कर गई है। इस योजना के दायरे में 50 करोड़ लाभार्थियों को लाने का लक्ष्य है। योजना के तहत प्रति परिवार हर साल 5 लाख रुपए का बीमा कवर उपलब्ध कराया जाता है। (भाषा)