नई दिल्ली। कोरोना से लड़ाई में देशभर के लिए घोषित लॉकडाउन 14 अप्रैल को खत्म होने जा रहा है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह तय माना जा रहा है कि लॉकडाउन को और बढ़ाया जा सकता है। Lockdown 2.0 के लिए मोदी सरकार ने रणनीति बना ली है। विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ ने भी भारत के लिए 3L का फॉर्मूला सुझाया है। लॉकडाउन के दूसरे फेज में केंद्र सरकार लोगों के जिंदगी के साथ उनकी आजीविका भी ध्यान देगी।
खबरों के अनुसार लॉकडाउन (Lockdown) हटाने के लिए कई चरणों में काम शुरू हो गया है। इसके लिए देश को 3 जोनों में बांटे जाने की रणनीति तैयार की गई है। इसके तहत ग्रीन, ऑरेंज और रेड जोन बनाए जा रहे हैं। साथ ही सरकार इस बात का भी ध्यान रख रही है कि कहीं सोशल डिस्टेंसिंग नियम का उल्लंघन न हो।
कई राज्यों ने लॉकडाउन की अवधि को बढ़ा दिया है। उद्योग मंत्रालय ने टेक्सटाइल, निर्माण, जेम्स एंड ज्वेलरी जैसे 15 बड़े औद्योगिक क्षेत्रों में काम शुरू करने की सिफारिश केंद्र सरकार से की है।
खबरों के अनुसार सरकार देश के इलाकों को राज्यों की बजाय कोरोना के संक्रमण के स्तर के हिसाब से रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में बांटकर ढील संबंधी नियम तय करेगी। हालांकि आखिरी फैसला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ही लेंगे।
डब्ल्यूएचओ ने सुझाया 3L का फॉर्मूला : विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत जैसी विशाल जनसंख्या वाले देश के लिए 3L फॉर्मूला सुझाया है, जो लाइफ, लाइवलीहुड और लिविंग हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के विशेष दूत डेविड नाबरो ने कहा है कि कोरोना से जंग के साथ ही सरकार को जीवन, आजीविका और जीने के तरीके पर भी ध्यान देना होगा।
'जान भी जहान भी' पर पीएम का ध्यान : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फेंसिंग में कहा था कि 'जान भी और जहान भी' यानी उनका इशारा था कि जान तो जरूरी है, लेकिन जीने के लिए बाकी सारी चीजें भी जरूरी हैं।
तब से ये बातें भी सामने आ रही हैं कि 14 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म होने के बाद कई ऐसे काम शुरू होंगे देश में आर्थिक गतिविधियां बढ़ें। सरकार का ध्यान लोगों के जीवन रक्षा के साथ ही उनकी आजीविका और उनसे जुड़े साधनों पर भी होगा।
रेड जोन : इस जोन में देश के वे जिले रहेंगे, जो हॉटस्पॉट हैं और जहां तेजी से संक्रमण फैल रहा है। वहां पहले की तरह सबकुछ बंद रहेगा। स्कूल-कॉलेज सभी जगह बंद रहेंगे। हवाई यात्रा, रेल और बस सेवा पर भी रोक जारी रखने की बात है।
ऑरेंज जोन : जिन जिलों में कोरोना संक्रमण के नए मरीज नहीं आ रहे हैं और पुराने मरीजों की संख्या भी कम है, उसे ग्रीन जोन में रखा जाएगा। इसमें समय-समय पर ढील दी जाएगी। ऑरेंज जोन में नियंत्रित संख्या में जन यातायात शुरू हो सकता है।
ग्रीन जोन : जहां कोरोना का कोई मामला नहीं है, इसे ग्रीन जोन माना जाएगा। यहां व्यापारिक गतिविधियां शुरू हो जाएगी। कोरोना के ऑरेंज और ग्रीन जोन में बाजार खोले जा सकते हैं, लेकिन समय सीमित किया जा सकता है।
इन पर रहेगी पूर्ण पांबदी : लॉकडाउन के दूसरे फेज में किसी भी तरह सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक और खेल संबंधी आयोजनों को बिलकुल छूट नहीं रहेगी। साथ ही सिनेमा हॉल, मॉल्स, पार्क, पर्यटन स्थल, धर्मस्थल, शिक्षण संस्थान भी नहीं खुलेंगे। कहीं भीड़ का जमावड़ा न हो, इसका भी विशेष ध्यान रखा जाएगा।