नई दिल्ली। देश की राजधानी में कोरोना की रफ्तार थम नहीं रही है। अन्य राज्यों के मुकाबले दिल्लीवाले सबसे तेज गति से संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं।
इस पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ( Arvind Kejriwal) आज उपराज्यपाल अनिल बैजल और मुख्य सचिव विजय देव के साथ आज महत्वपूर्ण बैठक करने वाले हैं। बैठक के दौरान दोनों शहर में कोरोनावायरस (Coronavirus) की स्थिति पर चर्चा करेंगे। बैठक में राजधानी दिल्ली में पूर्ण लॉकडाउन (Lockdown) लगाने पर विचार भी हो सकता है।
रविवार को राजधानी में 25462 नए संक्रमित मिले हैं। यह एक दिन में सामने आई अब तक की सबसे ज्यादा संख्या है। इस अवधि के दौरान 161 लोगों की मौत हो गई है। दिल्ली में पॉजिटिविटी की दर बढ़कर 29.74 प्रतिशत हो गई है। राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या 74,941 पर पहुंच गई है। इससे पहले शनिवार को 24,375 नए मरीज मिले थे।
ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए पीएम को लिखा पत्र : अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि दिल्ली में कोविड-19 के रोगियों के लिए ऑक्सीजन की भारी कमी है और शहर के कोटे की ऑक्सीजन को दूसरे राज्यों को दिया जा रहा है। केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर दिल्ली में अस्पतालों में बिस्तर बढ़ाने तथा रोगियों के लिए तत्काल ऑक्सीजन आपूर्ति सुदृढ़ करने में मदद का अनुरोध किया था। उन्होंने कहा कि शहर के एक निजी अस्पताल में शनिवार रात ऑक्सीजन की कमी की वजह से त्रासदी होते-होते बची।
2 दिन में 2000 बिस्तर : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि शहर में अगले दो दिन में कोविड-19 रोगियों के लिए 1,400 से 2,000 बिस्तर तैयार हो जाएंगे। उन्होंने यमुना क्रीड़ा स्थल और राष्ट्रमंडल खेलगांव का दौरा कर वहां कोविड देखभाल केन्द्र तैयार किए जाने की समीक्षा की। केजरीवाल ने कहा कि लोगों के लिए हम अधिक से अधिक ऑक्सीजन बिस्तरों का प्रबंध कर रहे हैं। अगले दो दिन में 1,400 से 2000 बिस्तर उपलब्ध हो जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम यमुना क्रीड़ा स्थल और राष्ट्रमंडल खेलगांव में 500-500 बिस्तर तैयार कर रहे हैं जबकि दिल्ली के एक सरकारी स्कूल में 100 बिस्तरों का इंतजाम किया जा रहा है।
15 दिन का लॉकडाउन लगाने की मांग : व्यापारियों के संगठन कैट ने दिल्ली सरकार से कोविड-19 के बढ़ते मामलों पर अंकुश लगाने के लिये कम-से-कम 15 दिन का लॉकडाउन लगाने का आग्रह किया। कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने कहा कि यह दिल्ली के लोगों और व्यापारियों के हित में महत्वपूर्ण है।
कैट ने कहा कि यह सही है, दिल्ली में लॉकडाउन से कारोबार और आर्थिक गतिविधियां प्रभावित होंगी, लेकिन अभी लोगों का जीवन पहली प्राथमिकता है। व्यापारियों के संगठन ने एक बयान में कहा,, दिल्ली में तत्काल प्रभाव से 15 दिन के लिए लॉकडाउन लगाया जाना चाहिए।
कैट ने यह भी कहा कि दिल्ली में हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशन, बस अड्डों तथा सभी सीमावर्ती इलाकों में कोविड-19 जांच के कड़े उपाय होने चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो कि कोरोना वायरस प्रभावित व्यक्ति राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश नहीं करे।