नई दिल्ली। कोरोना वायरस (Corona virus) महामारी के संकट से निपटने के लिए भारत की क्षमता में वृद्धि करते हुए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने 2 और उपकरणों का निर्माण किया है, जिसमें एक ऑटोमेटिक सैनेटाइजर मशीन शामिल है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि अन्य उपकरण एक पराबैंगनी सैनेटाइजेशन बॉक्स है। डीआरडीओ ने एक वक्तव्य में कहा कि कोविड-19 महामारी से लड़ने की दिशा में डीआरडीओ ने अपनी तकनीकी दक्षता और अनुभव से कई उपकरणों का निर्माण किया है और इसी क्रम में सार्वजनिक स्थलों पर संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए दो और उत्पाद बनाए गए हैं।
संगठन ने कहा कि दिल्ली स्थित डीआरडीओ के विस्फोटक एवं पर्यावरण सुरक्षा केंद्र (सीएफईईएस) ने एक ऑटोमेटिक झाग आधारित सैनेटाइजर मशीन बनाई है जिसे छूने की आवश्यकता नहीं होगी।मशीन से अपने आप अल्कोहल आधारित सैनेटाइजर निकलेगा जिसे हाथ पर लगाया जा सकेगा।
इस मशीन का इस्तेमाल कार्यालय परिसरों और इमारतों में प्रवेश करने से पहले किया जा सकेगा।डीआरडीओ की दो अन्य प्रयोगशालाओं के सहयोग से पराबैंगनी प्रकाश से सैनेटाइज करने वाला उपकरण बनाया गया है।इस बक्से के प्रयोग से मोबाइल फोन, टैबलेट, बटुआ, मुद्रा, फाइल के कवर इत्यादि जैसी छोटे सामान को सैनेटाइज किया जा सकेगा। (भाषा)