जकार्ता। इंडोनेशिया में लोगों ने लगातार दूसरे साल मंगलवार को कोरोनावायरस की छाया में ईद-उल-अज़हा का त्योहार मनाया। यह एशियाई देश कोविड की नई लहर से निपटने के लिए जद्दोजेहद कर रहा है और सरकार ने बड़ी संख्या में लोगों के जुटने पर रोक लगा दी है तथा यात्रा प्रतिबंध कड़े कर दिए हैं।
इंडोनेशिया अब एशिया का कोविड-19 हॉट स्पॉट है और यहां रोजाना संक्रमण के ढेर सारे मामले आ रहे है। बीते तीन हफ्तों में मृतकों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। वहीं भारत में कोविड की घातक लहर मंद पड़ रही है।
इंडोनेशिया में अधिकतर मामले जावा द्वीप से आ रहे हैं, जहां देश की 27 करोड़ आबादी का आधा से अधिक हिस्सा निवास करता है। दुनिया में सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाले देश के अधिकारियों ने उन कई गतिविधियों का पर रोक लगा दी है जिनसे भीड़ जुटती है जो आमतौर पर ईद-उल-अज़हा का हिस्सा होती हैं।
अधिकारियों ने उन इलाकों की स्थानीय मस्जिदों में ईद की विशेष नमाज़ की अनुमति दी है जहां बीमारी का खतरा कम है, लेकिन अन्य स्थानों पर मस्जिदों में जमात (सामूहिक) नमाज़ अदा नहीं की गई। उनमें जकार्ता की इस्तिकलाल ग्रैंड मस्जिद भी शामिल है जो दक्षिण-पूर्वी एशिया की सबसे बड़ी मस्जिद है।
उलेमा (धुर्मगुरुओ) ने लोगों से घर में ही नमाज़ पढ़ने की गुजारिश की और बच्चों से अपने दोस्तों से मिलने के लिए नहीं जाने को कहा है।
देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि सोमवार को 34,257 नए मामले आए हैं और 1,338 लोगों की मौत हो हुई है। यह महामारी की शुरुआत के बाद से देश के लिए सबसे घातक दिन हो गया है।
इंडोनेशिया में कोरोना वायरस पिछले हफ्ते अपने चरम पर था और दैनिक मामलों की संख्या 50,000 से ज्यादा थी। जून मध्य तक देश में संक्रमण के दैनिक मामले करीब आठ हजार आ रहे थे। देश में कुल मामले करीब 29 लाख हैं और और 74,920 लोगों की मौत हो चुकी है। राष्ट्रपति जोको विदोदो ने मुसलमानों से अपील की है कि वे ईद की विशेष नमाज़ घर पर पढ़ें।
उन्होंने कहा कि मौजूदा महामारी के बीच, हमें और भी अधिक कुर्बानी देने के लिए तैयार रहने की जरूरत है। व्यक्तिगत हितों को कुर्बान करना और समुदाय और दूसरों के हितों को पहले रखना है।
इंडोनेशिया में प्रतिबंधों के विपरीत, बांग्लादेश ने बकरीद के मौके पर आठ दिनों के लिए कोरोना वायरस के कारण लगाए गए लॉकडाउन में ढील दे दी और इसके बाद लाखों लोग इस सप्ताह खरीदारी और यात्रा कर रहे हैं। इससे आशंका जताई जा रही है कि कहीं इस वजह से कोविड के मामले न बढ़ जाएं।
महामारी से जूझ रहे मलेशिया के प्रधानमंत्री मुहीद्दीन यासीन ने मुसलमानों से घरों में रहकर ईद मनाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मैं आप सभी से सब्र रखने और नियमों का पालन करने की अपील करता हूं क्योंकि आपकी कुर्बानी अल्लाह की नजर में और जिंदगी बचाने के हमारी कोशिश में एक महान जिहाद (संघर्ष) है। (भाषा)