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EXCLUSIVE : भारत में आ गई कोरोना की चौथी लहर, राहत की बात इंफेक्शन रहेगा माइल्ड

दिल्ली सहित देश के कई राज्यों में जिस तरह से कोरोना के केस बढ़ रहे है उसको यह कहा जा सकता है कि भारत में कोरोना की चौथी लहर आ गई है।

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विकास सिंह

, शुक्रवार, 29 अप्रैल 2022 (13:50 IST)
भारत में कोरोना वायरस ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। कोरोना संक्रमण का दायरा दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना के 3,377 नए मामले सामने आए हैं और 60 मरीजों की संक्रमण की चपेट में आने से मौत हुई है। इसके साथ देश में कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या 17,801 पहुंच गई है। वहीं अगर राजधानी दिल्ली की बात करें तो दिल्ली में गुरुवार को कोरोना के 1,490 नए मामले सामने आए हैं और 2 मरीजों की मौत हुई है। दिल्ली में कोरोना संक्रमण की दर 4.62 फीसदी तक पहुंच गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक कोरोना संक्रमण में 5 फीसदी से ऊपर की संक्रमण दर चिंताजनक होती है। 
 
देश में लगातार बढ़ते कोरोना के केस के बाद अब चौथी लहर आने की चर्चा तेज हो गई है। ‘वेबदुनिया’ ने भारत में कोरोना की ताजा स्थिति को लेकर भोपाल एम्स के पूर्व डायरेक्टर प्रोफेसर सरमन सिंह से खास बातचीत की। 

भारत में आ गई कोरोना की चौथी लहर-‘वेबदुनिया’ से बातचीत में प्रोफेसर सरमन सिंह कहते हैं कि दिल्ली, महाराष्ट्र समेत देश के कई राज्यों में जिस तरह से कोरोना के केस बढ़ रहे है उससे यह कहा जा सकता है कि भारत में कोरोना की चौथी लहर पहुंच गई है लेकिन अभी यह कहना बहुत मुश्किल है कि चौथी लहर का पीक क्या होगा। 
 
दिल्ली और महाराष्ट्र में जिस तरह से कोरोना के केस बढ़ रहे है उससे इन शहरों से संक्रमण अन्य शहरों तक पहुंचा रहा है और चौथी लहर का दायरा भी बढ़ रहा है। बातचीत में प्रोफेसर सरमन सिंह कहते हैं कि चौथी लहर को लेकर पैनिक नहीं होने की आवश्यकता नहीं है। कोरोना की चौथी लहर में इंफेक्शन माइल्ड रहेगा लेकिन हम सभी को मास्क के साथ कोरोना एप्रोप्रियट व्यवहार का पालन करना होगा।
 
चौथी लहर में इंफेक्शन रहेगा माइल्ड-कोरोना की चौथी लहर में क्या देश में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ेगी और क्या अस्पतालों में भी केस बढ़ेगे, इस पर प्रोफेसर सरमन सिंह कहते हैं कि कोरोना की चौथी लहर में केस की संख्या तो तेजी से बढ़ेगी लेकिन संक्रमितों में लक्षण बहुत माइल्ड रहेंगे और हल्के लक्षणों के कारण अस्पतालों में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इसे दूसरे शब्दों में कहे तो कोरोना की चौथी लहर में केसों की संख्या तो बढ़ेगी लेकिन अस्पतालों में मरीजों की संख्या नहीं बढ़ेगी।  

हर बीमार कोरोना संक्रमित नहीं-‘वेबदुनिया’ से बातचीत में प्रोफेसर सरमन सिंह कहते हैं कि चौथी लहर में हम सभी को अलर्ट रहना है और इस बात को अच्छी तरह से समझना होगा कि हर बीमार कोरोना संक्रमित नहीं। वह कहते हैं कि इन दिनों हीट वेव,खराब पानी से बच्चे और बुजुर्ग बुखार एवं अन्य लक्षणों के साथ बीमार हो रहे है लेकिन इसका कारण कोरोना संक्रमण नहीं है।

इन दिनों में बच्चों में इंफेक्शन का प्रमुख कारण कारण हेपेटाइटिस ए और हेपेटाइटिस ई के कारण बीमार है जो पानी से जुड़ी बीमारी है जो गर्मी के दिनों में ज्यादा बढ़ जाती है। इसलिए गर्मी के दिनों में बाहर निकलने से बचना चाहिए और निकले तो पानी लगातार पीते है। इसके अलावा तरबूज औऱ खरबूज के साथ ऐसी ही अन्य चीजों का सेवन करते रहे। 
 
चौथी लहर में किनको अधिक खतरा?- ‘वेबदुनिया’ से बातचीत में प्रोफेसर सरमन सिंह कहते हैं कि चौथी लहर में कमजोर इम्युनिटी के साथ-साथ डायबिटीज जैसे रोगों से पीड़ित लोगों में सीरियस इफेंक्शन के चांस रहेंगे। वहीं वह कहते हैं कि सामान्य तौर पर जो युवा और स्वस्थ्य लोग है उनमें इंफेक्शन ज्यादा नहीं होगा लेकिन ऐसे लोगों को भी पूरी तरह से सतर्क रहने की जरूरत है क्यों वह वायरस के करियर बन सकते है।
 

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