इंदौर। इंदौर के अरबिंदो अस्पताल से रविवार को डिस्चार्ज हुई फरहा खान दोहरी खुशी के साथ अपने घर पहुंची। जहां एक ओर उसे अपने स्वस्थ होने की खुशी थी, तो वहीं दूसरी ओर उसे कोरोना के इलाज के दौरान ही जन्म लिए बच्चे की खुशी भी थी।
फरहा खान ने अपनी मार्मिक भावनाओं को व्यक्त करते हुए कहा कि मेरी ऐसी तिमारदारी हुई है कि आज घर जाते हुए मुझे बहुत बुरा लग रहा है। फरहा खान को कुछ दिन पहले कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर अरबिंदो अस्पताल में भर्ती किया गया।
फरहा खान गर्भवती थी, लिहाजा ऐसे समय में इसका उपचार चुनौती भरा हो गया था। जच्चा-बच्चा दोनों के जीवन के लिए खतरा था। चिकित्सकों ने बखूबी इलाज किया। फरहा खान को सर्जरी से 10 दिन पहले बच्चा हुआ, जिसने उसकी झोली खुशियों से भर दी।
स्वस्थ होने के पश्चात घर लौटते समय उसका कहना था कि अस्पताल में मेरा और बच्चे का बहुत अच्छे से ध्यान रखा गया। जांच के लिए भी मुझे इधर-उधर नहीं जाना पड़ता था। सोनोग्राफी मशीन भी मेरे बेड तक ही आ जाती थी। यहां कोई परेशानी नहीं हुई। डॉक्टर और स्टॉफ नियमित रूप से चेकअप करते थे।
फरहा के अनुसार जब मैं अस्पताल में थी तो मुझ घर की याद आती है लेकिन अब मैं घर में रहूंगी, तब मुझे बरबस मेरी देखभाल करने वालों की याद आएगी। मैं आज दोहरी खुशी के साथ घर लौट रही हूं। रविवार को अरबिंदो अस्पताल फरहा को उसी तरह बिदाई दी गई, जैसे कि मायके से बिदा होने पर किसी बेटी को बिदाई दी जाती है।