नई दिल्ली। एपल और गूगल ने बताया है कि कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप को रोकने में स्वास्थ्य एजेंसियों की मदद के लिए दोनों कंपनियों द्वारा मिलकर बनाए जा रहे एपीआई का इस्तेमाल करने वाले ऐप्स को लोकेशन ट्रैकिंग की इजाजत नहीं दी जाएगी। हालांकि इस फैसले का आरोग्य सेतु जैसे ऐप पर कोई असर नहीं होगा।
पिछले महीने एपल और गूगल ने कहा था कि वे संपर्क में आने वालों का पता लगाने के लिए एक व्यापक समाधान की पेशकश करेंगे, जिसमें एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (एपीआई) और ऑपरेटिंग सिस्टम स्तर की तकनीक शामिल हैं। एपीआई का इस्तेमाल सॉफ्टवेयर और ऐप बनाने के लिए किया जाता है।
सूत्रों के अनुसार कि कोई व्यक्ति कहां-कहां गया, इसका पता लगाने पर रोक सिर्फ गूगल-एपल के एपीआई का इस्तेमाल करने वाले ऐप पर लागू होगी और यह किसी मौजूदा ऐप को प्रभावित नहीं करेगा, संपर्क का पता लगाने के लिए जिनका अपना एपीआई है।
इसका अर्थ है कि कोरोना वायरस से संक्रमित रोगियों की निगरानी करने के लिए भारत सरकार के मोबाइल ऐप आरोग्य सेतु पर इसका कोई असर नहीं होगा। इस ऐप को अभी तक 9 करोड़ से अधिक लोग डाउनलोड कर चुके हैं।