अहमदाबाद। गुजरात सरकार ने गुरुवार को एक योजना की घोषणा की, जिसके तहत निम्न मध्यम आय वर्ग के लोग 1 लाख रुपए का गारंटी-मुक्त ऋण बैंकों से 2 प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर पर ले सकते हैं।
इस योजना का उद्देश्य लोगों को सामान्य जीवन शुरू करने में मदद करना है जो कोविड-19 लॉकडाउन के चलते प्रभावित हुआ है।
आत्मनिर्भर गुजरात सहाय योजना (AGSY) के तहत ऋण देने वाले बैंकों को 6 प्रतिशत ब्याज का भुगतान सरकार द्वारा किया जाएगा। इसका उद्देश्य छोटे व्यापारियों और निम्न मध्यम आय वर्ग के तहत आने वाले समाज के लोगों की मदद करना है।
योजना नियमों के तहत ऋण की अवधि 3 वर्ष की होगी और किस्त का भुगतान ऋण प्राप्त होने के 6 महीने बाद ही शुरू होगा।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि केंद्र सरकार ने भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 20 लाख करोड़ रुपए का एक पैकेज दिया है। राज्य सरकार ने भी छोटे व्यापारियों, कुशल कामगारों, ऑटोरिक्शा मालिकों, इलेक्ट्रीशियन और नाइयों आदि के लिए आत्मनिर्भर गुजरात सहाय योजना शुरू करने का निर्णय किया है।
उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों ने ऐसे लोगों के लिए लगभग 5000 रुपए की सहायता की घोषणा की है। हालांकि हमारा विचार है कि इतनी कम राशि से उनका जीवन सामान्य नहीं होगा।
रूपाणी ने कहा, करीब 10 लाख ऐसे लोगों को बैंकों से एक लाख रुपए का ऋण 2 प्रतिशत वार्षिक ब्याज पर मिलेगा, जिससे वे अपना जीवन नए सिरे से शुरू कर सकें। उन्होंने कहा कि ऋण आवेदन के आधार पर मुहैया कराए जाएंगे, जिसमें किसी गारंटी की जरूरत नहीं होगी।
रूपाणी ने कहा कि शेष 6 प्रतिशत ब्याज का भुगतान राज्य सरकार बैंकों को करेगी। ऐसे ऋणों का कार्यकाल 3 वर्ष का होगा। उन्होंने कहा कि मूलधन और ब्याज का भुगतान मंजूर होने के 6 महीने के बाद शुरू होगा।
उन्होंने कहा राज्य सरकार आत्मनिर्भर गुजरात सहाय योजना के बारे में और विस्तृत जानकारी कुछ दिनों में पेश करेगी। यह ऋण उन सभी को मुहैया कराया जाएगा, जिन्हें इसकी जरूरत है। (भाषा)