नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों को संबोधित करते हुए मंगलवार को कहा था कि तीसरी लहर अपने आप नहीं आएगी, लेकिन हैदराबाद के एक वैज्ञानिक का दावा है कि देश में तीसरी लहर तो 4 जुलाई को ही आ चुकी है। यह दावा किया है ख्यात भौतिक विज्ञानी डॉ. विपिन श्रीवास्तव ने जो पिछले 15 महीनों से कोरोना संक्रमण के आंकड़ों और मृत्यु दर का विश्लेषण करते रहे हैं।
हैदराबाद यूनिवर्सिटी के पूर्व प्रो-वाइस चांसलर का मानना है कि 4 जुलाई से कोरोना संक्रमण और मौत के जो आंकड़े सामने आ रहे हैं वे इस बात का संकेत देते हैं कि देश में तीसरी लहर आ चुकी है। उन्होंने अपनी बात के पक्ष में तर्क दिया कि यह ट्रेंड फरवरी 2021 के पहले हफ्ते जैसा ही है। उस समय देश में कोरोना की दूसरी लहर ने दस्तक दी थी, जो कि अप्रैल में चरम पर पहुंच गई थी। डॉ. श्रीवास्तव ने अपनी स्टडी के लिए 24 घंटों में कोरोना से मौतों और उसी दौरान नए एक्टिव केस का अनुपात लिया।
डॉ. श्रीवास्तव ने चेतावनी दी है कि यदि लोग कोरोना गाइडलाइंस का पालन नहीं करेंगे तो तीसरी लहर तेज हो सकती है। इससे बचने के लिए लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन, मास्क पहनना और वैक्सीनेशन जैसे प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। उल्लेखनीय है कि हाल में पर्यटन स्थलों पर लोगों की काफी भीड़ नजर आई है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी मंगलवार को अपने संबोधन में इस बात पर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था कि तीसरी लहर अपने आप नहीं आएगी। यदि हम लापरवाही बरतेंगे तो तीसरी लहर आ सकती है। मोदी ने लोगों से सतर्कता बरतने की भी अपील की।