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Tokyo Olympics 2020 में जाने वाले भारतीय खिलाड़ियों को PM मोदी ने दिया जीत का मंत्र

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, मंगलवार, 13 जुलाई 2021 (17:34 IST)
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने टोक्यो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों से बातचीत की। प्रधानमंत्री ने शुभकामना देने के साथ ही उनकी हौसला अफजाई की। 
पीएम मोदी ने कहा कि वे टोक्यो ओलंपिक में बिना किसी दबाव के अपना प्रदर्शन करें। प्रधानमंत्री ने 15 एथलीटों से बात की, जिसमें तीरंदाज दीपिका कुमारी भी थीं, जिन्होंने हाल ही में वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मैडल जीता है। उन्होंने मुक्केबाज मैरीकॉम से भी बात की।

प्रधानमंत्री मोदी ने टोक्यो ओलंपिक जा रहे खिलाड़ियों से बातचीत में कहा कि जमीनी स्तर पर सही चयन हो तो देश की प्रतिभा क्या नहीं कर सकती, यह हमारे खिलाड़ियों ने दिखाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑनलाइन बातचीत के दौरान कहा कि उम्मीदों के दबाव में न आएं, बस अपना सर्वश्रेष्ठ दें।

दिल्ली के अपने घर में खिलाड़ियों को होस्ट करना चाहते थे प्रधानमंत्री

श्री मोदी ने इस मौके पर कहा ,'आपसे बात करके मुझे बहुत अच्छा लगा। वैसे सभी से बात नहीं हो पाई, लेकिन आपका जोश, आपका उत्साह पूरे देश के सभी लोग आज महसूस कर रहे हैं। कार्यक्रम में मेरे साथ उपस्थित देश के खेल मंत्री श्रीमान अनुराग ठाकुर जी, अब से कुछ दिन पहले तक खेल मंत्री के रूप में आप सबके साथ बहुत काम किया है। ऐसे ही हमारे वर्तमान कानून मंत्री श्रीमान किरण रिजीजू जी, खेल राज्यमंत्री हमारे युवा मंत्री हैं हमारी टीम के श्रीमान निशीथ प्रमानिक जी, स्पोर्ट्स से जुड़ी संस्थाओं के सभी प्रमुख, उनके सभी सदस्य, और टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लेने जा रहे सभी मेरे साथियों, सभी खिलाड़ियों के परिजन, आज हमारी वर्चुअल बातचीत हुई है लेकिन, मुझे और अच्छा लगता यदि मैं आप सभी खिलाडियों को यहां दिल्ली के अपने घर में होस्ट करता, आप लोगों से रू-ब-रू मिलता। इसके पहले में हमेशा करता रहा हूं और मेरे लिए वह अवसर बड़ा उमंग का अवसर रहता है। लेकिन इस बार कोरोना के कारण वह संभव नहीं हो पा रहा है। और इस बार आधे से अधिक खिलाड़ी हमारे पहले से विदेशों में उनकी ट्रेनिंग चल रही है। लेकिन वापस आने के बाद मैं आपको वादा करता हूं। आप सबके साथ में जरूर सुविधा के अनुसार समय निकालकर के मिलुंगा। लेकिन कोरोना ने बहुत कुछ बदल दिया है। ओलंपिक का साल भी बदल गया, आपकी तैयारियों का तरीका बदल गया, बहुत कुछ बदला हुआ है। अब तो ओलंपिक शुरू होने में सिर्फ 10 दिन बचे हैं। टोक्यो में भी एक अलग तरह का माहौल आपको मिलने वाला है।'
चियर फॉर इंडिया हैशटैग पर तस्वीरें देख खुशु हुए प्रधानमंत्री
 
प्रधानमंत्री ने कहा,'साथियों,आज आपसे बातचीत के दौरान, देश को भी पता चला कि इस कठिन समय में भी देश के लिए आपने कितनी मेहनत की है, कितना पसीना बहाया है। पिछली 'मन की बात' में मैंने आप में से कुछ साथियों के इस परिश्रम की चर्चा भी की थी। मैंने देशवासियों से आग्रह भी किया था कि वो देश के खिलाड़ियों के लिए, आप सबके लिए चीयर करें, आपका मनोबल बढ़ाएँ। मुझे ये देखकर आज खुशी होती है कि देश आपको चीयर कर रहा है। हाल के दिनों में 'हैशटैग चीयर-फॉर-इंडिया' के साथ कितनी ही तस्वीरें मैंने देखी हैं। सोशल मीडिया से लेकर देश के अलग अलग कोनों तक,पूरा देश आपके लिए उठ खड़ा हुआ है। 135 करोड़ भारतीयों की ये शुभकामनाएँ खेल के मैदान में उतरने से पहले आप सभी के लिए देश का आशीर्वाद है। मैं भी अपनी ओर से आप को ढेर सारी शुभकामनायें देता हूँ। आप सभी को देशवासियों से लगातार शुभकामनाएं मिलती रहें इसके लिए नमो एप पर भी एक खास प्रावधान किया गया है। नमो एप पर जाकर भी लोग आपके लिए चीयर कर रहे हैं, आपके लिए संदेश भेज रहे हैं।'
 
सभी खिलाड़ी है न्यू इंडिया के रिफ्लेक्शन- प्रधानमंत्री मोदी
 
उन्होंने कहा,' आपके साथ देशभर की भावनाएं जुड़ी हुई हैं। और जब मैं आप सभी को एक साथ देख रहा हूं तो कुछ चीजें कॉमन नजर आ रही है। और जब मैं आपको देखता हूं तो कॉमन बातें है- बोल्ड , कॉंफिडेंट और पॉजिटिव . आपमें एक कॉमन फ़ैक्टर दिख रहा है- डिसिप्लिन , डेडिकेशन और डेटर्मिनेशन। आपमें कमिटमेंट भी है, कम्पेटिटिवेनेस्स भी है। यही क्वालिटीज़ , न्यू इंडिया की भी हैं। इसीलिए, आप सब न्यू इंडिया के रिफ्लेक्शन हैं, देश के भविष्य के प्रतीक हैं। आपमें से कोई दक्षिण से है, कोई उत्तर से है, कोई पूरब से है, तो कोई पूर्वोत्तर से है। किसी ने अपने खेल की शुरुआत गाँव के खेतों से की है, तो कई साथी बपचन से ही किसी स्पोर्ट्स अकैडमी से जुड़े रहे हैं। लेकिन अब आप सब यहाँ 'टीम इंडिया' का हिस्सा हैं। आप सब देश के लिए खेलने जा रहे हैं। यही डाइवर्सिटी , यही 'टीम स्पिरिट' ही 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' की पहचान है।
 
खुलकर खेलें सभी खिलाड़ी- प्रधानमंत्री मोदी
 
श्री मोदी ने कहा ,'साथियों,आप सब इस बात के साक्षी हैं कि देश किस तरह आज एक नई सोच, नई अप्रोच के साथ अपने हर खिलाड़ी के लिए साथ खड़ा है। आज देश के लिए आपका मोटिवेशन बहुत महत्वपूर्ण है। आप खुलकर खेलें, अपने पूरे सामर्थ्य के साथ खेल सकें, अपने खेल को, अपनी टेकनीक को और निखार सकें, इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। आपको याद होगा, ओलम्पिक के लिए एक हाइलेवेल कमेटी का गठन काफी पहले ही कर दिया गया था। टारगेट ओलिंपिक पोडियम स्कीम के तहत सभी खिलाड़ियों को हर संभव मदद दी गई। आपने भी इसे अनुभव किया है। पहले की तुलना में जो बदलाव आज आए हैं, उन्हें भी आप महसूस कर रहे हैं।'
पहली बार इतनी बड़ी संख्या में ओलंपिक के लिए क्वालिफाई किया खिलाड़ियों ने 
 
प्रधानमंत्री ने कहा,'मेरे साथियों,आप देश के लिए पसीना बहाते हैं, देश का झण्डा लेकर जाते हैं, इसलिए ये देश का दायित्व है कि आपके साथ डटकर खड़ा रहे। हमने प्रयास किया है। खिलाड़ियों को अच्छे ट्रेनिंग कैंप्स के लिए, बेहतर इक्विपमेंट के लिए। आज खिलाड़ियों को ज्यादा से ज्यादा इंटरनेशनल एक्सपोज़र भी दिया जा रहा है। स्पोर्ट्स से जुड़ी संस्थानों ने आप सबके सुझावों को सर्वोपरि रखा, इसीलिए इतने कम समय में इतने बदलाव आ पाये हैं।'
उन्होंने कहा ,'जैसे खेल के मैदान में मेहनत के साथ सही स्ट्रेटजी जुड़ जाती है तो जीत पक्की हो जाती है, यही बात ग्राउंड के बाहर भी लागू होती है। देश ने 'खेलो इंडिया' और 'फिट इंडिया' जैसे अभियान चलाकर मिशन मोड में सही स्ट्रेटजी से काम किया तो परिणाम भी आप देख रहे हैं। पहली बार इतनी बड़ी संख्या में खिलाड़ियों ने ओलंपिक के लिए क्वालिफाई किया है। पहली बार इतने ज्यादा खेलों में भारत के खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। कई खेल ऐसे हैं जिनमें भारत ने पहली बार क्वालिफाई किया है।'
 
अभ्यासात् जायते नृणाम् द्वितीया प्रकृतिः॥
 
श्री मोदी ने कहा,'हमारे यहाँ कहा जाता है- अभ्यासात् जायते नृणाम् द्वितीया प्रकृतिः॥ अर्थात्, हम जैसा अभ्यास करते हैं,जैसा प्रयास करते हैं, धीरे धीरे वो हमारे स्वभाव का हिस्सा हो जाता है। इतने समय से आप सब जीतने के लिए प्रैक्टिस कर रहे हैं। आप सबको देखकर, आपकी इस ऊर्जा को देखकर कोई संदेह बचता भी नहीं है। आपको और देश के युवाओं का जोश देखकर ये कह सकता हूँ कि वो दिन दूर नहीं जब जीतना ही न्यू इंडिया की आदत बन जाएगी। और अभी तो ये शुरुआत है, आप टोक्यो जाकर जब देश का परचम लहराएंगे तो उसे पूरी दुनिया देखेगी। हाँ, ये बात जरूर याद रखनी है कि जीतने का प्रैशर लेकर नहीं खेलना है। अपने दिल-दिमाग को बस एक ही बात कहिए कि मुझे अपना बेस्ट परफॉर्म करना है। मैं देशवासियों से भी एक बार फिर कहूँगा,'चीयर फॉर इंडिया'। मुझे पूरा विश्वास है, आप सब देश के लिए खेलते हुये देश का गौरव बढ़ाएँगे, नए मुकाम हासिल करेंगे। इसी विश्वास के साथ, आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद! मेरी बहुत – बहुत शुभकामनाएं और आपके परिवारजनों को मेरा विशेष प्रणाम। बहुत-बहुत धन्यवाद।'

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