नई दिल्ली। अमेरिका द्वारा महत्वपूर्ण कच्चे माल के निर्यात पर प्रतिबंध से कोरोनावायरस टीके का उत्पादन और इसकी वैश्विक उपलब्धता बढ़ाने पर गंभीर असर पड़ सकता है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अदार पूनावाला ने यह बात कही।
पूनावाला ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) जैसे संगठनों और भारत, अमेरिका, यूरोप और ब्रिटेन जैसे वैक्सीन विनिर्माता देशों के अधिकारियों से नियामकीय तालमेल पर भी जोर देते कहा कि दोनों को किसी साझा मंच पर आने तथा टीके को समानांतर मंजूरी देने की जरूरत है।
विश्व बैंक द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूनावाला ने कहा कि एक रुकावट को दूर करने की जरूरत है। कोई इसे दूर नहीं कर पाया है। यह रुकावट अमेरिका से महत्वपूर्ण सामान की उपलब्धता की है।
उन्होंने कहा कि विनिर्माताओं को बैग, फिल्टर और अन्य महत्वपूर्ण सामान की जरूरत होती है। हम नोवावैक्स वैक्सीन के प्रमुख विनिर्माता हैं। हमें अमेरिका से इन सामान की जरूरत है। अब अमेरिका ने रक्षा कानून लागू किया है। इसका एक उप-प्रावधान उन महत्वपूर्ण सामग्री का निर्यात करने से रोकता है जिसकी जरूरत उनके स्थानीय विनिर्माताओं को है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर जो बाइडन प्रशासन से बात करने की जरूरत है। (भाषा)