मध्यप्रदेश विधानसभा सत्र पर कोरोना का साया,एक साथ 34 कर्मचारी निकले कोरोना पॉजिटिव
सोमवार से शुरु हो रहा है विधानसभा का सत्र,सर्वदलीय बैठक में होगा अंतिम फैसला
भोपाल। कोरोना काल में सोमवार से शुरू हो रहे तीन दिन के मध्यप्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले विधानसभा में कोरोना विस्फोट हो गया है। 28 दिसंबर से शुरू होने वाले सत्र से पहले विधानसभा से जुड़े कर्मचारी बड़ी संख्या में कोरोना पॉजिटिव मिले है।
सत्र से पहले इन दिनों कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट कराया जा रहा है जिसमें अब तक 77 में से 34 कर्मचारी कोरोना संक्रमित निकल चुके है वहीं 50 से अधिक कर्मचारियों की कोविड टेस्ट रिपोर्ट आ आएगी। इतनी बड़ी संख्या में कर्मचारियों के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद अब विधानसभा सत्र पर संशय के बादल मंडराने लगे है और सत्र की कार्यवाही को तीन दिन से घटाकर एक दिन किया जा सकता है।
कोविड टेस्ट के बिना एंट्री नहीं- कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते विधानसभा में प्रवेश से पहले सभी विधायकों को कोरोना रिपोर्ट दिखाना होगी,यह रिपोर्ट 3 दिन से अधिक पुरानी नहीं होनी चाहिए विधायकों के कोरोना जांच के लिए विधानसभा परिसर में रैपिड जांच की सुविधा उपलब्ध रहेगी इसके साथ विधायक जिलों से भी अपनी कोरोना रिपोर्ट ला सकते है लेकिन तीन दिन से अधिक पुरानी रिपोर्ट मान्य नहीं होगी।
विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने विधानसभा सचिवालय को सत्र के दौरान कोविड गाइडलाइन का पूरा पालन करने के निर्देश दिए है। कोरोना के चलते विधानसभा सदस्यों और सचिवालय स्टॉफ के अलावा अन्य किसी का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा
सत्र में घर से जुड़े सकेंगे विधायक-कोरोना के चलते विधाकों को वर्चुअल तरीके और वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सत्र में शामिल होने की सुविधा रहेगी। ऐसे सदस्य जो अस्वस्थ हैं या सदन में नहीं आना चाहते हैं वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक में शामिल हो सकते हैं। इसके लिए विधायक अपने मोबाइल के जरिए विधानसभा की कार्यवाही में शामिल हो सकेंगे।
महत्वपूर्ण है शीतकालीन सत्र-तीन दिन के इस सत्र में सरकार अनूपुरक बजट पेश करने के साथ लव जिहाद और जबरन धर्म परिवर्तन को रोकने के लिए धर्म स्वातंत्र्य विधेयक भी पेश करने की तैयारी में है। इसके साथ ही शीतकालीन सत्र में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव भी होना है। विधानसभा की कार्यवाही के संचालन को लेकर प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है जिसमें सत्र की कार्यवाही को लेकर अंतिम फैसला किया जाएगा।
मार्च में प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सत्ता संभाली थी तो पहले जगदीश देवड़ा को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया था लेकिन दो जुलाई को शिवराज कैबिनेट में मंत्री बनाए जाने के बाद भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा को प्रोटेम स्पीकर के पद की जिम्मेदारी दी गई थी, इसके बाद कोरोना संक्रमण के बीच महज एक दिन का विधानसभा का सत्र हुआ और अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के निर्वाचन को टाल दिया गया, इसके बाद अब 28 से 30 दिसंबर के बीच तीन दिन का विधानसभा सत्र होने जा रहा है।
अब तक सत्र के दूसरे दिन 29 दिसंबर को विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव होना तय है लेकिन चुनाव को लेकर तस्वीर पूरी तरह साफ नहीं है। आज सर्वदलीय बैठक में होगा कि सदन तीन दिन चलेगा या कोरोना के चलते एक बार फिर अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव टाल दिया जाएगा।