कोरोना के चलते मध्यप्रदेश में ग्रेजुएशन,पोस्ट ग्रेजुएशन के छात्रों को मिलेगा जनरल प्रमोशन, शिवराज सरकार का बड़ा फैसला
ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन के फाइनल ईयर में पूर्व सेमेस्टर्स के नंबर के आधार पर होंगे रिजल्ट घोषित
भोपाल। कोरोना संकट काल में मध्यप्रदेश प्रदेश में शिवराज सरकार ने एक बड़ा फैसला किया है। मध्यप्रदेश में स्नातक पहले और दूसरे वर्ष के साथ स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर के छात्रों को जनरल प्रमोशन दिया जाएगा। स्टूडेंट को पिछले साल या सेमेस्टर में प्राप्त अंकों के आधार पर होगा मूल्यांकन होगा।
इसके साथ ही स्नातक अंतिम वर्ष एवं स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर के परीक्षार्थियों के पूर्व वर्षों/ सेमेस्टर्स में से सर्वाधिक अंक प्राप्त परीक्षा परिणाम को प्राप्तांक मानकर अंतिम वर्ष/सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम घोषित किए जाएंगे। ऐसे परीक्षार्थी जो परीक्षा देकर अपने अंकों में सुधार चाहते हैं, उनके पास परीक्षा देने का विकल्प भी रहेगा वे आगामी घोषित तिथि पर ऑफलाइन परीक्षा दे सकेंगे।
कोरोना संकट के मद्देनजर अब तक प्रदेश के उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा महाविद्यालयीन की परीक्षा नहीं हो पाई थी, जिसके बाद सोमवार को सरकार ने बड़ा निर्णय लेते हुए स्नातक प्रथम एवं द्वितीय वर्ष तथा स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर के परीक्षार्थियों को, बिना परीक्षा दिए, उनके गत वर्ष/सेमेस्टर के अंकों/आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर अगली कक्षा/सेमेस्टर में प्रवेश देने के फैसले पर अपनी मोहर लगा दी।
17 लाख से अधिक छात्रों का मिलेगा फायदा- प्रदेश में वर्तमान शैक्षणिक सत्र में स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर पर कुल 17 लाख 77 हजार परीक्षार्थी हैं। इनमें स्नातक प्रथम वर्ष में 5 लाख 25 हजार 200, स्नातक द्वितीय वर्ष में 5 लाख 7 हजार 269, स्नातक तृतीय वर्ष में 4 लाख 30 हजार 298, स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर में 01 लाख 72 हजार 634, स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर में 01 लाख 41 हजार 599 परीक्षार्थी हैं।
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में परीक्षार्थियों की कुल संख्या 03 लाख 47 हजार 554, जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर में 2 लाख 63 हजार 05, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में 1 लाख 83 हजार 37, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर में 2 लाख 25 हजार 197, महाराजा छत्रसाल विश्वविद्यालय छतरपुर में 1 लाख 52 हजार 230, देवी अहिल्या बाई विश्वविद्यालय में 3 लाख 55 हजार 379, अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा में 01 लाख 97 हजार 901 तथा छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय में 54 हजार 697 विद्यार्थी हैं।