मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस को लेकर कमलनाथ सरकार अलर्ट मोड पर आ गई है। मुख्यमंत्री कमलनाथ खुद कोरोना वायरस को लेकर अफसरों के साथ समीक्षा करने जा रहे है वहीं सूबे का स्वास्थ्य महकमा कोरोना वायरस को लेकर अलर्ट मोड पर आ गया है। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य पल्लवी जैन के मुताबिक कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग लगातार मॉनिरिटिंग कर रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव के लिये सुरक्षित रहना ही पहला उपाय है। कोरोना वायरस संक्रमण वायरस है। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को लगता है। कोरोना वायरस से ग्रसित व्यक्ति के सम्पर्क में आने पर यह वायरस फैलता है। इससे बचने के लिये संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनायें और सर्दी, खांसी और बुखार आने पर तुरन्त डाक्टर को दिखायें।
प्रदेश में कोरोना का कोई भी मरीज नहीं - प्रमुख सचिव ने बताया कि मध्यप्रदेश सरकार केन्द्र सरकार के साथ लगातार सम्पर्क में है। प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित कोई भी मरीज नहीं है। अभी तक 14 सैम्पल जांच के लिये पुणे लैब में भेजे गए थे, जिनमें से 13 सैम्पल की रिपोर्ट निगेटिव आयी है। एक रिपोर्ट आना बाकी है। प्रदेश में 420 लोग दूसरे देशों से आये हैं, जिनमें से 319 लोगों को 28 दिन ऑब्जर्वेशन में रखने के बाद सार्वजनिक जगहों पर जाने की अनुमति दे दी गयी है, 67 लोग अभी होम आइसोलेशन में हैं। इनमें से किसी भी व्यक्ति में कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं पाया गया है। सभी लोग सुरक्षा की दृष्टि से होम आइसोलेशन में रखे गए थे।
विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश - कोरोना वायरस को लेकर अस्पतालों में सर्दी, खांसी, और बुखार के मरीजों का अलग से परीक्षण शुरू किया गया है। यदि किसी मरीज की या उससे संबंधित सम्पर्क वाले व्यक्ति की ट्रेवल हिस्ट्री है, तो उसे निगरानी में रखा जा रहा है। इन सभी मरीजों के साथ सभी लोगों को बताया भी जा रहा है कि भारतीय संस्कारों के साथ अभिवादन करें, हाथ न मिलाएं। नमस्ते आदाब की संस्कृति को अपनायें, खांसते-छीकतें समय मुँह पर कपड़ा रखें और कोहनी से नाक, मुँह ढकें। सर्दी-खांसी से संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनायें। सार्वजनिक स्थलों पर जाने से बचें और 30 सेकण्ड तक साबुन से हाथ धोयें।
कोरोना वायरस से बचने का सबसे बड़ा उपाय यह है कि अपने इम्यून सिस्टम को बढ़ाएं। आयुर्वेदिक, होम्पोपैथिक दवाऍं भी सुरक्षा के रूप में ली जा सकती हैं। गिलोये, विटामिन-सी, च्यवनप्रास जैसी घरेलू दवाओं का उपयोग भी करें, जिससे शरीर का स्वरक्षा तंत्र मजबूत हो।
जिलों में विशेष अलर्ट – प्रदेश कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए मरीजों को तीन केटेगिरी में रखा जा रहा है, पहले ऐसे मरीज जिनको सर्दी-खांसी है, लेकिन कोरोना के कोई लक्षण नहीं हैं, इनका सामान्य इलाज सभी अस्पतालों में किया जा रहा है। दूसरे ऐसे लोग जो विदेशों से आएं हैं या उनके सम्पर्क में रहे हैं, उनका होम आइसोलेशन कर परीक्षण कराया जा रहा है। तीसरे वे मरीज जो कोरोना वायरस संक्रमित पाये जायेंगे, उनको स्पेशल वार्ड में रखने के लिये कार्ययोजना बनायी गयी है। प्रदेश में सभी जिलों में 2 से 6 बैड आइसोलेटेड किये गए हैं। जिले में तीन सदस्यीय रेपिड एक्शन टीम बनायी गयी है, जो सूचना मिलने पर सुरक्षा के साथ कार्यवाही सुनिश्चित करेगी।