भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना के मरीजों का रिकवरी रेट 60 फीसदी के उपर पहुंचा गया है। प्रदेश में अब तक कोरोना के 8283 मामले सामने आ चुके है जिसमें से 5003 मरीज पूरी तरह स्वस्थ होकर घर पहुंच गए है। इसके साथ मध्य प्रदेश कोरोना के मरीजों के रिकवरी में राजस्थान के बाद देश में दूसरे नंबर का राज्य बन गया है।
प्रदेश के कोरोना से सबसे अधिक संक्रमित भोपाल और इंदौर में लगातार मरीजों के ठीक होने का सिलसिला जारी है। भोपाल में अब तक कोरोना पॉजिटिव 1042 और इंदौर में 2029 पॉजिटिव मरीज पूरी तरह स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज होकर घर पहुंच गए।
भोपाल में कोविड अस्पताल के रूप में चिन्हित चिरायु हास्पिटल से अब तक एक हजार से अधिक मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके है। खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल के चिरायु अस्पताल से 1000 से अधिक रोगियों का स्वस्थ होकर डिस्चार्ज होने को एक उपलब्धि बताते हुए कहते है कि देश में बहुत कम चिकित्सा संस्थान इतना बेहतर कार्य कर पाये हैं।
उन्होंने कहा कि सही समय पर मरीजों की पहचान और इलाज से कोरोना पॉजिटिव रोगियों के रिकवर होने की दर काफी बढ़ी है और अब मध्यप्रदेश देश में रिकवरी रेट में दूसरे क्रम पर है। इसके बाद भी प्रत्येक रोगी के उपचार के साथ ही संदिग्ध रोगियों की देखरेख भी गंभीरतापूर्वक की जाये।
चिरायु हास्पिटल के संचालक डॉक्टर अजय गोयनका कहते हैं कि कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए जरूरी है कि पहले ये जान लेना कि कोरोना वायरस कौन से ऑर्गन को पहले ज्यादा इफेक्ट करता है, उसको सहीं करना होगा और ये भी देखना होगा कि कहीं वह कैटेगरी तो नहीं बना रहा।
डॉक्टर गोयनका कहते हैं कि जितना जल्दी कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों की पहचान हो जाएगी उतना ही ठीक होने की दर भी ज्यादा रहेगी। वह कहते हैं कि अगर आपको सर्दी, जुकाम और बुखार है तो जिनता आप आराम कर लेंगे और चार से पांच लीटर पानी लेने के साथ विटामिन सी और जिंक और प्रोटीन की मात्रा बढ़ा लेंगे उतना जल्दी आप कोरोना को मात दे देंगे। कोरोना को हराने के लिए शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने पर जोर देते हुए कहते हैं कि सुबह - शाम एक गिलास दूध, भोजन में दाल और रोज एक फल लेंगे तो आप कोरोना को मात दे देंगे।
कोरोना मरीजों के इलाज में जुटे डॉक्टर गोयनका कहते हैं कि कोरोना वायरस से शरीर में मिनरल्स और प्रोटीन का ब्रेकडाउन होता है ऐसे उसकी कमी को पूरा करने की जरूरत है।
वह कहते हैं कि अगर आप कोरोना की बीमारी से घबरा नहीं और ये विश्वास रखने की जरूरत है कि आप जीतेंगे। वह कहते हैं कि आप जितना बिस्तर पर आराम करेंगे उतना ही कम ऑक्सीजन की आपको जरूरत होगी ऐसे में कोरोना आपका कुछ नहीं कर पाएगा।
डॉक्टर गोयनका कोरोना को एक संक्रामक बीमारी बातते हुए कहते हैं कि इसका वायरस नाक और मुंह के रास्ते शरीर में प्रवेश कर कुछ खास अंगों जैसे फेफेड़े,लीवर, किडनी और हद्रय को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता है ऐसे में इसके इलाज के लिए अर्ली ऑक्सीजन थैरेपी बहुत कारगर साबित हो रही है।.