औरंगाबाद। महाराष्ट्र के कुछ जिलों में कोविड-19 मामलों में वृद्धि को 'खतरनाक' बताते हुए, उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने सोमवार को लोगों को आगाह किया कि सरकार कुछ 'कठोर फैसले' ले सकती है और इसके लिए लोगों को तैयार रहना चाहिए।
पूर्वी महाराष्ट्र में विदर्भ क्षेत्र के कुछ जिलों खासकर अमरावती और नागपुर तथा उत्तर महाराष्ट्र के नासिक में पिछले कुछ दिनों में संक्रमण के नए मामलों की संख्या बढ़ी है। पत्रकारों से बात करते हुए पवार ने लोगों को महामारी से बचने के लिए उपयुक्त व्यवहार का पालन नहीं करने और दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने पर नाराजगी व्यक्त की। राज्य के वित्तमंत्री पवार मराठवाड़ा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 8 जिलों की समीक्षा बैठक के लिए औरंगाबाद में थे।
उन्होंने कहा कि मुझे पता चला है कि लोग कोविड-19 दिशा-निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं, जो संक्रमण के प्रसार को रोकने के उद्देश्य से बनाए गए हैं। यदि स्थिति बिगड़ती है तो हमें इस लापरवाही के लिए भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। राज्य में नए मामलों की संख्या चिंताजनक है। हमने देखा है कि महामारी की दूसरी लहर के मद्देनजर दुनिया के कई हिस्सों में फिर से लॉकडाउन लगाया गया। पवार ने कहा कि इस मुद्दे पर आज रात मुंबई में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ चर्चा की जाएगी।
उन्होंने कहा कि कठोर फैसले लिए जा सकते हैं और लोगों को तैयार रहना चाहिए। यदि समय पर कुछ फैसले नहीं लिए गए तो हमें बाद में भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। महाराष्ट्र सरकार के अनुसार, राज्य में रविवार को कोरोनावायरस संक्रमण के 4,092 नए मामले सामने आए, जिससे संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 20,64,278 तक पहुंच गए जबकि 40 और मौतें होने से राज्य में मृतकों की संख्या 51,529 तक पहुंच गई। राज्य में अब तक 19,75,603 लोग बीमारी से ठीक हो चुके हैं जबकि रविवार को उपचाराधीन मरीजों की संख्या 35,965 रही।
इस बीच पवार ने उन विपक्षी दलों की आलोचना की जिन्होंने मांग की है कि 19 फरवरी को छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती मनाने पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता ने कहा कि सरकार ने शिवाजी जयंती समारोह के लिए 100 लोगों को इकट्ठा होने की अनुमति दी है, लेकिन विपक्ष कहता है कि राज्य सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं। महामारी के समय में, लोगों के जीवन को बचाना महत्वपूर्ण है। पिछले साल, लोगों ने अपने घरों पर त्योहार मनाए।
इस बीच, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने सोमवार को औरंगाबाद में कहा कि महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में कोविड-19 मामलों में वृद्धि से निपटने के लिए ट्रेसिंग (परीक्षण प्रक्रिया), टेस्ट (जांच) और ट्रीटमेंट (उपचार) के "तीन टी सूत्र" को कठोरता से लागू करना होगा।
टोपे ने पत्रकारों से बात करते हुए, कहा कि जहां तक संक्रमण के दैनिक मामलों की बात है, तो अभी तक चिंताजनक है, लेकिन मुंबई, वर्धा और कुछ अन्य क्षेत्रों में हाल ही में मामलों में हुई वृद्धि "खतरनाक" है।
उन्होंने कहा कि हमने निर्देश दिए हैं कि ट्रेसिंग, टेस्ट और ट्रीटमेंट के तीन टी वाले फॉर्मूले को कठोरता से प्रभावी ढंग से लागू किया जाए। जांच को बढ़ाने की जरूरत है। लोगों को कोविड-19 दिशानिर्देशों का पालन करने की आवश्यकता है। (भाषा)