मुंबई। महाराष्ट्र में कोरोनावायरस संक्रमण के एक दिन में सामने आए सर्वाधिक मामलों के एक दिन बाद सोमवार को दैनिक मामलों में कुछ कमी के साथ 24,645 नए मामले सामने आए। इसके साथ ही राज्य में महामारी के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 25,04,327 हो गई।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार राज्य में महामारी से 58 और मरीजों की मौत के साथ मृतकों की कुल संख्या बढ़कर 53,457 हो गई है। महाराष्ट्र में रविवार को संक्रमण के 30,535 और शनिवार को 27,126 नए मामले सामने आए थे। 18 मार्च को राज्य में महामारी के 25,833 नए मामले सामने आए थे। इससे पहले सितंबर में सर्वाधिक दैनिक मामलों की संख्या 24,896 थी।
राज्य के विभिन्न अस्पतालों से आज 19,463 लोगों को छुट्टी दी गई। इसके साथ ही महाराष्ट्र में महामारी को मात देने वालों की संख्या 22,34,330 हो गई है। मुंबई में महामारी के सर्वाधिक 3,262 मामले सामने आए।
लॉकडाउन पर मंत्री का बयान : महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने सोमवार को कहा कि यदि राज्य को दूसरे लॉकडाउन से बचना है तो लोगों को कोविड-19 के सुरक्षा नियमों का पालन करना ही चाहिए। टोपे ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का मत है कि कुछ शहरों में यदि कोविड-19 के नए मामले बढ़ते रहते हैं तो लॉकडाउन लगाना जरूरी हो सकता है। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले वे मुख्यमंत्री से मिले थे।
मंत्री ने कहा कि उन्होंने मुझसे कहा कि यदि अगले कुछ दिनों के दौरान राज्य में रोजाना मामले 25000-30000 के बीच रहते हैं तो हमें कुछ कड़े कदम उठाने होंगे। उनका विचार था कि यदि आंकड़े बढ़ते रहेंगे तो हमें कुछ शहरों में लॉकडाउन लगाना होगा।
टोपे ने कहा कि मैं लोगों से मुख्यमंत्री की चेतावनी पर सकारात्मक ढंग से ध्यान देने तथा लॉकडाउन से बचने के लिए कोविड-19 के नियमों जैसे मास्क लगाने, हाथ बार बार धोने और एक दूसरे के बीच दूरी बनाकर रखने की अपील करता हूं।
उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र ने राज्यों से कहा है कि कोविशील्ड की दो खुराक के बीच 45 से 60 दिनों का फर्क होगा। हालांकि कोवैक्सीन की खुराकों के बीच अंतर पहले की तरह 28 दिन ही रहेगा।
टोपे ने कहा कि उनके (विशेषज्ञों के) अनुमान के अनुसार कोविड-19 का ग्राफ अगले दो-तीन दिनों तक ऐसा ही रहेगा और उसके बाद उसमें गिरावट आएगी। मैं समझता हूं कि यह शीर्ष पर हेागा और मुझे आशा है कि फिर उसमें गिरावट आएगी। (भाषा)