बीजिंग। चीन कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में अपनी जान गंवाने वाले व्हिसलब्लोअर डॉक्टर ली समेत अन्य शहीदों तथा इस संक्रामक रोग से देश में 3,300 लोगों की मौत पर शनिवार को राष्ट्रीय शोक दिवस मनाएगा।
आधिकारिक मीडिया ने शुक्रवार को बताया कि इस दौरान देशभर तथा विदेशों में सभी चीनी दूतावासों तथा वाणिज्य दूतावासों में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और देशभर में सार्वजनिक मनोविनोद की गतिविधियां स्थगित रहेंगी।
शनिवार को सुबह 10 बजे देशभर में चीन के लोग मृतकों की याद में 3 मिनट का मौन रखेंगे। चीन के मध्य हुबेई प्रांत में व्हिसलब्लोअर डॉक्टर ली वेनलियांग समेत 14 कार्यकर्ताओं की पहचान कोविड-19 से लड़ाई में अपनी जान देने के लिए शहीदों के तौर पर की गई।
शहीदों के पहले समूह में 12 डॉक्टर, 1 पुलिस अधिकारी और सामुदायिक कार्यकर्ता शामिल हैं जिन्होंने अग्रणी मोर्चे पर इस संक्रामक रोग के खिलाफ लड़ाई लड़ी।
ली वेनलियांग (34) उन 8 व्हिसलब्लोअरों में से एक नेत्र विशेषज्ञ था जिसने चिकित्साकर्मियों को कोरोना वायरस के खिलाफ आगाह किया था लेकिन स्थानीय पुलिस ने उसे प्रताड़ित किया था। उसकी कोविड-19 के संपर्क में आने के बाद 7 फरवरी को मौत हो गई थी।
सरकारी अखबार 'ग्लोबल टाइम्स' ने कहा कि राष्ट्रीय शोक दिवस कोविड-19 से लड़ाई में अपनी जान देने वाले शहीदों और इस बीमारी से मारे गए लोगों के लिए देश के गहरे दुख को व्यक्त करने के लिए मनाया जाएगा। चीनी अधिकारियों ने पहले कहा था कि 3,000 से अधिक चिकित्साकर्मी इस बीमारी के संपर्क में आए थे। आधिकारिक खबरों के अनुसार इस बीमारी से डॉक्टरों समेत 10 चिकित्साकर्मियों की मौत हो गई। (भाषा)