पुणे। महाराष्ट्र में कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए पुणे में नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है। प्रशासन ने हालांकि लोगों को राहत देते हुए कोई भी नया प्रतिबंध नहीं लगाने का फैसला किया है। इसके बजाय, कोरोना को रोकने के लिए बढ़ते टीकाकरण और स्वास्थ्य प्रणाली में सुधार पर ध्यान केंद्रित करने का निर्णय लिया।
डिविजनल कमिश्नर सौरभ राव ने कहा कि पुणे में कोरोना संक्रमण की दर सबसे तेज दर है। ऐसे में इस शहर को टीकाकरण में प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने यह भी सुझाव दिया कि पुणे में 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को टीकाकरण करने से दूसरी लहर के प्रभाव को कम करने में मदद मिलेगी।
पुणे में कोरोना की स्थिति पर पालक मंत्री अजीत पवार, नगरपालिका प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में काउंसिल हॉल में सुबह एक बैठक आयोजित की गई। उसके बाद सौरभ राव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
नया नियम क्या है?
-पुणे में स्कूल और कॉलेज 31 मार्च तक बंद रहेंगे। दसवीं और बारहवीं कक्षा के छात्रों को इससे छूट दी गई है।
-होटल रात 10 बजे तक खुले रहेंगे। होम डिलीवरी 11 बजे तक की जा सकती है।
-शादियों, धार्मिक समारोहों, किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम, अंतिम संस्कार के लिए केवल पचास लोगों को अनुमति दी जाती है।
-नियमों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ कार्रवाई, उद्यान केवल सुबह खुले रहेंगे और शाम को बंद।
-रात में 11 से सुबह 6 बजे तक फर्क्यू।
-छात्र पचास प्रतिशत की क्षमता पर MPSC कोचिंग क्लासेस और लाइब्रेरी का उपयोग कर सकते हैं।
-थियेटर, मॉल और दुकानें रात 10 बजे तक खुली रहेंगी।