कोरोनावायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन महज 9 दिनों के अंदर 30 देशों में फैल चुका है। दक्षिण अफ्रीका से शुरू हुआ यह वैरिएंट अब भारत तक पहुंच चुका है। यही नहीं, इस वैरिएंट का फैलाव डेल्टा वैरिएंट से कई गुना ज्यादा है। डेल्टा वैरिएंट की वजह से भारत में दूसरी लहर आई थी।
यह वायवरस तेजी से फैल रहा है। दक्षिण अफ्रीका और बोत्सवाना में सबसे पहले इसका मामला सामने आया है। इस वायरस के कुल 53 म्यूटेशन हो चुके हैं जिनमें से 32 म्यूटेशन तो उसके स्पाइक प्रोटीन में हुए हैं ओमिक्रॉन के रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन में भी 10 म्यूटेशन हो चुके हैं। डेल्टा वैरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में कुल 18 म्यूटेशन हुए थे। स्पाइक प्रोटीन के जरिए ही वायरस शरीर में प्रवेश करता है जबकि डेल्टा वैरिएंट में महज 2 ही म्यूटेशन हुआ था।
यूनान में टीकाकर अनिवार्य होगा : यूनान में टीकाकरण कराने से इंकार कर रहे 60 साल से अधिक उम्र के लोगों के खिलाफ मासिक जुर्माना लग सकता है और इससे उनकी पेंशन की एक-तिहाई राशि कट सकती है । नेताओं का कहना है कि इस कठोर नीति से वोट घटेंगे, लेकिन लोगों की जान बचाने में मदद मिलेगी। यूनान में 60 वर्ष से अधिक आयु के करीब 17 प्रतिशत लोगों को टीका नहीं लगा है। प्रधानमंत्री कैरियाकोस मित्सोताकिस ने बुधवार को कहा कि मुझे इस बात की परवाह नहीं है कि इस उपाय से चुनावों में कुछ अतिरिक्त वोट कट जाएंगे।
इसराइल में ओमीक्रोन स्वरूप के संभावित वाहकों का पता राष्ट्र की घरेलू सुरक्षा एजेंसी लगाएगी जो वहां की सुप्रीम कोर्ट के आदेश का अवज्ञा प्रतीत हो रही है। नीदरलैंड्स में लॉकडाउन और अन्य पाबंदियों के खिलाफ साप्ताहिक प्रतिबंधों ने हिंसक रूप ले लिया है। यूरोप में डेल्टा स्वरूप के मामले बढ़ने और ओमीक्रोन स्वरूप को लेकर डर बढ़ने के साथ विश्व भर की सरकारें नए उपाय अपना रही है।
दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरील रामफोसा देश के नागरिकों से टीका लगवाने की अपील कर रहे हैं। जर्मनी ने ऑस्ट्रिया का अनुकरण करते हुए गुरुवार को सख्त पाबंदियां लागू कर दी। जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने कहा कि ये उपाय जरूरी हैं क्योंकि अस्पतालों पर बोझ बढ़ रहा है। संक्रमण के मामले 24 घंटे में 70,000 पहुंच गए हैं, वहीं स्लोवाकिया सरकार 60 वर्ष और उसे अधिक आयु के लोगों को टीकाकरण कराने पर पर 500 यूरो (568 डॉलर) देने की पेशकश कर रही है।