इंदौर। देश में कोरोना वायरस के प्रकोप से सबसे ज्यादा प्रभावित शहरों में शामिल इंदौर में इस महामारी की जद में आए 3 और मरीजों की मौत की शुक्रवार को आधिकारिक पुष्टि की गई। मृतकों में एक डॉक्टर भी शामिल है। इसके साथ ही, शहर में इस संक्रमण के बाद दम तोड़ने वाले मरीजों की तादाद बढ़कर 26 पर पहुंच गई।
शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि शहर के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती 52 वर्षीय पुरुष, 65 वर्षीय पुरुष और 70 वर्षीय पुरुष की पिछले दो दिन में मौत हुई। अधिकारी ने बताया कि प्रयोगशाला से आई जांच रिपोर्ट में तीनों मरीज कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे।
ब्रह्मबाग कालोनी में निवासरत डॉक्टर ओमप्रकाश चौहान पिछले काफी समय से अपने प्रायवेट क्लिनिक में क्षेत्र के रहवासियों का इलाज कर रहे थे। डॉक्टर चौहान के कोरोना संक्रमित होने के बाद उन्हें सबसे पहले सुयश हास्पिटल में भर्ती किया गया था। लगातार इलाज के बाद भी डॉक्टर के स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हो रहा था और उनकी स्थिति ज्यादा खराब होती चली गई। चौहान धार में जिला आयुष अधिकारी रह चुके हैं।
डॉक्टर चौहान को बाद में अरविन्दो अस्पताल में भर्ती किया गया था जहां पर आज उपचार के दौरान उनकी मौत गई। शहर में 2 दिन में यह दूसरे डॉक्टर की मौत हैं।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 17 दिन में शहर में कोरोना वायरस संक्रमण के 235 मरीज मिले हैं। इनमें से 26 लोग इलाज के दौरान दम तोड़ चुके हैं।
आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि शहर में कोविड-19 के मरीजों की मृत्यु दर राष्ट्रीय स्तर से कहीं ज्यादा बनी हुई है। इंदौर में कोरोना वायरस के मरीज मिलने के बाद से प्रशासन ने 25 मार्च से शहरी सीमा में कर्फ्यू लगा रखा है।