नई दिल्ली ऑक्सीजन ऑडिट रिपोर्ट पर शुक्रवार को उस समय घमासान मच गया जब भाजपा और आम आदमी पार्टी ने इस मसले पर एक दूसरे पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। पहले भाजपा नेता संबित पात्रा ने केजरीवाल सरकार पर ऑक्सीजन संकट पर 4 गुना झूठ बोलने का आरोप लगाया तो दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने पलटवार करते हुए भाजपा पर ही झूठ बोलने का आरोप लगा दिया।
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के अपनी ऑक्सीजन की जरूरत को बढ़ाने के दावे पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित ऑक्सीजन ऑडिट पैनल के सदस्यों ने किसी भी रिपोर्ट को हरी झंडी नहीं दी है।
उन्होंने कहा कि देश में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान दिल्ली के ऑक्सीजन की जरूरत बढ़ा-चढ़ा कर बताने का दावा करने वाली रिपोर्ट भाजपा ने तैयार की है, उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित ऑक्सीजन ऑडिट पैनल ने नहीं।
इससे पहले भाजपा नेता संबित पात्रा ने कहा कि दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन के कारण कई लोगों ने अपनी जान गंवाई, इसके लिए अरविंद केजरिवाल जी जिम्मेदार हैं। हम आशा करते हैं सर्वोच्च न्यायालय में वो जिम्मेदार ठहराए जाएंगे और जो अपराध उन्होंने किया है, उसके लिए उन्हें दंडित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा 4 गुना ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत बताई गई, जिससे ऑक्सीजन टैंकर सड़क पर खड़े रहे। अगर ये ऑक्सीजन दूसरे राज्यों में उपयोग होती तो कई लोगों की जान बच सकती थी। ये अरविंद केजरीवाल जी द्वारा किया गया जघन्य अपराध है।
पात्रा ने कहा कि सीएम केजरीवाल 100% विज्ञापन और जीरो प्रतिशत कोविड मैनेजमेंट के फार्मूले पर काम कर रहे हैं। केजरीवाल ने 1,000 करोड़ रुपए केवल विज्ञापन पर खर्च किए हैं। सबसे बड़ी बात अरविंद केजरीवाल जी ने ऑक्सीजन को लेकर 4 गुना झूठ बोला है।