मुंबई। अभिनेता सोनू सूद ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उनके बेटे मंत्री आदित्य ठाकरे से मुलाकात की। खबरों के अनुसार मातोश्री में करीब 40 मिनट तक बैठक चली। उद्धव ठाकरे और सोनू सूद के बीच यह मुलाकात ऐसे समय हुई जब अभिनेता पर प्रवासी मजदूरों की मदद के मामले में शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में निशाना साधा था।
उद्धव ठाकरे से मिलने के बाद अभिनेता सोनू सूद ने कहा कि हमें उन सभी लोगों का समर्थन करना है जो पीड़ित हैं और जिन्हें हमारी जरूरत है। मैं तब तक ये काम जारी रखूंगा जब तक कि आखिरी प्रवासी मजदूर अपने घर नहीं पहुंच जाता। कश्मीर से कन्याकुमारी तक हर पार्टी ने समर्थन किया है और मैं इसके लिए सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं।
लगाया था राजनीतिक मंशा का आरोप : शिवसेना नेता संजय राउत ने रविवार को आश्चर्य व्यक्त किया कि कहीं लॉकडाउन के कारण महाराष्ट्र में फंसे उत्तर भारतीय प्रवासियों को 'सहायता की पेशकश' करने के पीछे अभिनेता सोनू सूद को भाजपा का अंदरूनी तौर पर समर्थन हासिल तो नहीं था? इस राजनीतिक मकसद के साथ कि राज्य की उद्धव ठाकरे सरकार को बदनाम किया जा सके।
शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में लिखे अपने साप्ताहिक कॉलम में राउत ने लॉकडाउन के दौरान महाराष्ट्र के सामाजिक परिदृश्य में अचानक 'महात्मा' सूद के सामने आने को लेकर सवाल खड़ा किया।
पुराने स्टिंग ऑपरेशन का हवाला : संजय राउत ने 2019 के आम चुनाव से पहले सामने आए सूद के एक स्टिंग ऑपरेशन का भी हवाला देते हुए कहा कि वे भाजपा नीत सरकार के कार्यों को अपने आधिकारिक सोशल मीडिया खातों के जरिए विभिन्न प्लेटफॉर्म पर प्रचार के लिए तैयार थे।
राउत ने कहा कि सूद एक अभिनेता हैं जिनका पेशा दूसरों की लिखी पटकथा पर संवाद बोलना है और इससे आजीविका कमाना है। यहां सूद जैसे तमाम लोग हैं जो कि अच्छा भुगतान होने पर किसी भी राजनीतिक दल का प्रचार करेंगे। शिवसेना के राज्यसभा सांसद राउत ने कहा कि भाजपा ने सोनू सूद को गोद लिया (राजनीतिक रूप से) और उत्तर भारतीय प्रवासी मजदूरों के बीच प्रभाव बनाने का प्रयास किया। (एजेंसियां)