बार्सिलोना। यूरोप में कोरोनावायरस के फिर से प्रकोप फैलने के बीच स्पेन की सरकार ने रविवार को राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की। इसमें रात में कर्फ्यू लगाया जाना भी शामिल है। सरकार को उम्मीद है कि इससे वैसी स्थिति नहीं उत्पन्न होगी जब देश में अस्पतालों में व्यवस्था लगभग ध्वस्त हो गई थी।
प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज ने कहा कि स्पेन की सड़कों पर रात 11 बजे से सुबह 6 बजे तक लोगों की आवाजाही पर लगी रोक से काम पर जाने वालों, दवा खरीदने के लिए घर से निकले लोगों और बुजुर्गों और छोटे परिजनों की देखभाल के लिए घर से निकलने वालों को छूट होगी। उन्होंने कहा कि कर्फ्यू रविवार रात से प्रभावी होगा और इसके 6 महीनों तक प्रभावी रहने की उम्मीद है।
मंत्रिमंडल की बैठक के बाद राष्ट्र को संबोधित करते हुए सांचेज ने कहा कि वास्तविकता यह है कि यूरोप और स्पेन महामारी की दूसरी लहर में डूब गए हैं। हम बेहद मुश्किल स्थिति में जी रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि स्पेन के 17 क्षेत्रों और दो स्वायत्त शहरों के प्रमुखों को कर्फ्यू के और सख्त घंटे लागू करने, यात्रा के लिए क्षेत्रीय सीमाओं को बंद करने और साथ नहीं रहने वाले 6 से ज्यादा लोगों की सीमा तय करने का अधिकार होगा।
यह कर्फ्यू स्पेन के कैनेरी द्वीपसमूह पर लागू नहीं होगा। मुख्य भूमि पर कर्फ्यू के साथ ही स्पेन पड़ोसी फ्रांस के उदाहरण का अनुकरण कर रहा है, जहां सरकार ने प्रमुख शहरों समेत बड़े इलाकों में रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक के कर्फ्यू का ऐलान किया है।
स्वास्थ्य अधिकारी मान रहे हैं कि रात में निकलने वाले लोगों और पार्टी करने के शौकीन संक्रमण की इस नई लहर के लिए काफी हद तक जिम्मेदार हैं। सांचेज ने कहा कि वह संसद के निचले सदन से इस हफ्ते कहेंगे कि वो आपातकाल को मई तक बढ़ा दें।