दुनिया के बाकी हिस्सों की तरह ओमान को भी कोरोनावायरस (Coronavirus) ने प्रभावित किया है किंतु प्रशासन की सक्रियता और समझदारी से यहां स्थिति बहुत हद तक नियंत्रण में है। रही बात जनता की तो दुनिया के हर हिस्से में जनता का स्वभाव एक जैसा ही है। चाहे वह भारत हो, यूरोपीय देश हों या खाड़ी देश, जरा सी छूट मिलने पर लोग नियम-कायदे भूल जाते हैं। यही कारण है कि कोरोना का फैलाव रोकने के लिए कई देशों को संघर्ष करना पड़ा है।
मस्कत (ओमान) के इंडियन स्कूल में एकेडमिक सुपरवाइजर अनिल बरतरे वेबदुनिया से बातचीत में कहते हैं कि ओमान में अच्छी बात यह है कि यहां कोरोना प्रोटोकॉल के लिए सुप्रीम कमेटी द्वारा न केवल सही समय पर निर्णय लिए गए बल्कि उनका कठोरतापूर्वक क्रियान्वयन भी किया जाता रहा है। मास्क नहीं लगाने और कोरोना गाइडलाइंस फॉलो नहीं करने पर भारी जुर्माने की भी व्यवस्था है।
इसलिए नहीं पकड़ी कोरोना ने रफ्तार : अनिल कहते हैं कि जिन देशों में कोरोना की रफ्तार बढ़ी है वहां से आने वाली उड़ानों को अस्थाई रूप से रद्द करना, अंशकालिक लॉकडाउन लगाना, सार्वजनिक स्थलों पर भीड़ जमा ना होने देना, मास्क और डिस्टेंसिंग का समुचित पालन करवाना, समय-समय पर स्थिति की समीक्षा करते रहना और उस आधार पर आगे की रणनीति तैयार करना आदि ऐसे कदम हैं जिनके चलते यहां करोना उतनी रफ्तार से नहीं बढ़ पाया। वैक्सीनेशन कार्यक्रम भी यहां चरणबद्ध तरीके से चलाया गया।
यहां अन्य देश से आने वाले यात्रियों को 7 दिनों तक इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में रहना होता है। हवाई अड्डे से बाहर निकलते ही यात्रियों को जीपीएस बेल्ट लगा दिया जाता है ताकि उनकी ट्रेकिंग हो सके। आजकल यहां रात 8 बजे से सुबह 4 बजे तक लॉकडाउन रहता है। लोग 8 बजते ही स्वयं अपने घरों में लौट जाते हैं पुलिस और प्रशासन को इसके लिए कोई अतिरिक्त कोशिश नहीं करनी पड़ती।
ईद पर सख्त लॉकडाउन : उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन जनता की भलाई के लिए कड़े निर्णय भी लेने पड़े तो प्रशासन पीछे नहीं हटता। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है मुस्लिम देश होने के बावजूद ईद के अवसर पर 20 से 24 जुलाई तक सम्पूर्ण लॉकडाउन। हालांकि अस्पताल और एयरपोर्ट जाने के लिए व्यक्ति को पुलिस के एक खास नंबर पर फोन करना होता है, इसके बाद व्यक्ति को नहीं रोका जाता। अन्य देशों की तरह यहां भी स्कूल कॉलेज बंद हैं। क्लासें ऑनलाइन चल रही हैं। स्थिति सामान्य होने तक आगे भी यही स्थिति जारी रह सकती है।
फ्री वैक्सीनेशन : अनिल बताते हैं कि यहां फायजर और एस्ट्रोज़ेनेका वैक्सीन लगाई जा रही है। स्थानीय लोगों और 60 साल से ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीन निशुल्क लगाई गई, जबकि अन्य लोगों को उनकी कंपनियों ने टीके लगवाए। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रशासन और जनता के सहयोग से स्थिति जल्द ही सामान्य हो जाएगी।
कोरोनावर्ल्डोमीटर वेबसाइट के मुताबिक ओमान में अब तक 2 लाख 89 हजार मामले 42 मामले सामने आए हैं, जबकि 2 लाख 63 हजार 752 लोग अब तक इस महामारी से रिकवर भी हो चुके हैं।