मुंबई। पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना (suresh raina) को यहां एक क्लब में कोविड-19 से जुडे सामाजिक दूरी और दूसरे नियमों के उल्लंघन के साथ हो रही पार्टी में शामिल होने पर मुंबई पुलिस के द्वारा गिरफ्तार करने के बाद जमानत पर रिहा कर दिया गया।
रैना ने अनजाने में हुई इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर अफसोस जताया जिसमें उनके साथ 34 और लोग पकड़े गए थे। पूर्व बल्लेबाज की प्रबंधन टीम द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि 34 साल के रैना को घटना के वक्त स्थानीय समय सीमा (क्लब खुला रहने की) और दूसरे नियमों की जानकारी नहीं थी।
बयान के मुताबिक कि सुरेश एक शूट के लिए मुंबई में थे, जो देर तक चला था। उनके एक मित्र ने उन्हें दिल्ली रवाना होने से पहले रात्रिभोज के लिए आमंत्रित किया था। उन्हें स्थानीय समय सीमा और नियमों की जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि इस बारे में बताए जाने के बाद उन्होंने (रैना) तुरंत अधिकारियों द्वारा निर्धारित प्रक्रियाओं का अनुपालन किया और अनजाने में हुई इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर अफसोस जताया। उन्हें लोकल टाइमिंग और प्रोटोकॉल के बारे में जानकारी नहीं थी।
बयान में कहा गया कि वे (रैना) हमेशा पूरे सम्मान के साथ नियम और कानून का पालन करते है और भविष्य में भी ऐसा करना जारी रखेंगे। इससे पहले पुलिस ने मंगलवार को मुंबई हवाई अड्डे के पास एक क्लब पर छापेमारी की और कोविड-19 के नियमों के उल्लंघन के आरोप में रैना और बॉलीवुड हस्ती सुजैन खान समेत 34 लोगों को गिरफ्तार किया था।
पुलिस ने बताया कि मुंबई हवाई अड्डे के पास ड्रैगनफ्लाय एक्सपीरियंस क्लब में छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किए गए लोगों में 13 महिलाएं और क्लब के सात कर्मचारी भी शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि महिलाओं को नोटिस थमाने के बाद छोड़ दिया गया जबकि पुरुषों को गिरफ्तार किया गया और बाद में उन्हें जमानत मिल गई।
पुलिस के मुताबिक तय समय सीमा से ज्यादा देर तक खुले रहने और कोरोना वायरस संबंधी नियमों का पालन नहीं करने के कारण क्लब पर छापेमारी की गई।