इंदौर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, सेवा भारती तथा आरोग्य भारती के कार्यकर्ताओं ने सामाजिक संगठनों के साथ कोविड रेस्पोंस टीम (CRT) का गठन किया और कोरोनावायरस (Coronavirus) की तीसरी लहर की पूर्व तैयारी प्रारंभ कर दी है। प्रशिक्षक कार्यशाला का उद्घाटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत संघचालक डॉ. प्रकाश शास्त्री, इंदौर के विभाग सह संघचालक प्लास्टिक सर्जन डॉ. निशांत खरे तथा राधास्वामी ब्यास के मुख्य सेवादार ने भगवान धन्वन्तरी के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन कर किया।
डॉ. निशांत ने प्रशिक्षक कार्यशाला की भूमिका में कहा कि पिछली लहर में हमने कष्ट झेला है। इस बार तीसरी लहर आने की संभावना है। इस लहर में सरकार, प्रशासन, डॉक्टर के साथ-साथ सामाजिक संगठन और संपूर्ण समाज को अपनी भूमिका निभानी होगी।
संघ की चित्रकूट की अखिल भारतीय बैठक में यह चर्चा हुई थी कि संघ के स्वयंसेवक संपूर्ण देश में गांव-गांव में जाकर कोरोना की तीसरी लहर से बचाव का कार्य करेंगे, जिसमें बड़ी संख्या में समाज के लिए निरंतर कार्य करने वाले सामाजिक संगठन, संघ के समवैचारिक संगठनों के कार्यकर्ता और प्रशिक्षण देने वाले कार्यकर्ता गांव, शहर के गली-मोहल्ले तक जाकर समाज को कोरोना से बचाव का प्रशिक्षण देंगे।
इसी तारतम्य में मालवा प्रांत (इंदौर और उज्जैन संभाग) के प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण वर्ग आज राधास्वामी सत्संग ब्यास भवन में प्रारंभ हुआ। चार सत्रों की इस कार्यशाला में डॉ. रत्नेश खरे, डॉ. सौरभ मालवीय, आरोग्य भारती के प्रांत सचिव डॉ. लोकेश जोशी आदि ने प्रशिक्षण दिया, जिसमें कोरोना के लक्षण, रोग विषयक महत्वपूर्ण बिंदु, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाय, आहार, निद्रा, मनोबल, आयुर्वेदिक औषधि, घरेलू उपचार, उपकरणों के उपयोग की जानकारी और समाज कल्याण में हम सभी की भूमिका विषयों पर कार्यशाला हुई।
15 जिलों के प्रशिक्षक (मास्टर ट्रेनर) के रूप में चयनित कार्यकर्ता सम्मिलित हुए। ये सभी चयनित कार्यकर्ता आगामी जुलाई के अंतिम सप्ताह में अपना काम छोड़कर, नि:स्वार्थ सेवा के भाव से संघ के 28 जिलों में प्रशिक्षण देंगे और इन 28 संघ के जिलों के प्रशिक्षित कार्यकर्ता अगस्त माह में तहसील के गांव-गांव तथा नगरीय क्षेत्र के सभी मुहल्लों तक जाकर सामाजिक संगठनों को साथ लेकर कोरोना की तीसरी लहर से बचाव का प्रशिक्षण देंगे।
विदित हो कि कोरोना की दूसरी लहर में भी संघ के स्वयंसेवकों ने गांव-गांव जाकर जनजागरण किया था, जिसमें 25368 स्वयंसेवकों ने 6994 गांवों में तथा 4969 नगरीय मुहल्लों में जाकर 502011 परिवारों तक संपर्क किया था, जिसमें 38015 लोग कोरोना लक्षण युक्त लोगों को कोरोना किट देकर सेवा कार्य किया था।
कार्यशाला के समापन सत्र में संघ के सह प्रांत कार्यवाह विनीत नवाथे ने कहा कि हम सभी आरोग्य मित्र प्रशिक्षित होकर समाज के खानपान, कोरोना के अनुकूल व्यवहार तथा समाज का मनोबल बढ़ाने में सहयोगी भूमिका निभाएंगे, जो कोरोना को रोकने में बहुत सहायक सिद्ध होगी। प्रशिक्षक कार्यशाला का कुशल संचालन डॉ. समीक्षा नायक ने किया।