नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना लगातार विकराल रूप धारण कर रहा है और राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार को इसकी चपेट में आने से 348 लोगों की मौत हो गई और 24 हजार 331 नए मामले दर्ज किए गए।
दिल्ली में कोरोना से मरने वालों की संख्या प्रतिदिन बढ़ रही है। कोरोना से गंभीर रूप से पीड़ित मरीजों को राजधानी के किसी भी अस्पताल में जगह नहीं मिल पा रही है। लोगों के बीच खौफ और भय का माहौल है।
दिल्ली सरकार का 'कोरोना दिल्ली' ऐप दिखावे के लिए रह गया है। इस ऐप पर कई अस्पतालों में बेड की उपलब्धता दर्शाई जाती है लेकिन हर जगह से 'बेड नहीं है' का जवाब मिलता है। ऑक्सीजन सिलेंडरों और जीवनरक्षक दवाइयों की कालाबाजारी अपने चरम पर है। अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की कमी के त्राहिमाम के बीच गुरुवार को कोरोना से 306 लोगों की मौत हो गई और 26 हजार 169 नए मामले दर्ज किए गए थे।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शु्क्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ हुई वअर्चुल बैठक में अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी का मुद्दा उठाया। मोदी ने देश की जानीमानी ऑक्सीजन उत्पादक कंपनियों से इस मेडिकल आपातकाल के दौरान अधिक से अधिक ऑक्सीजन की जरूरतों को पूरा करने की दिशा में काम करने को कहा। (वार्ता)