वैश्विक महामारी के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और अमेरिका में ठन गई है। अमेरिका ने तो यहां तक कह दिया कि WHO को फंडिंग देना बंद कर रहा है।
दरअसल राष्ट्रपति डोनान्ड ट्रंप ने WHO पर पक्षपात का आरोप लगाया था। विवाद बढ़ने पर संगठन के सबसे बड़े अधिकारी बचाव में आए। लेकिन जान लीजिए कौन हैं WHO के सबसे बडे़ अधिकारी?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक डॉक्टर टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसुस इथोपिया के नागरिक हैं। विश्वभर में उनकी पहचान मलेरिया विशेषज्ञ के तौर पर होती है। टेड्रोस विश्व स्वास्थ्य संगठन में बड़े पद पर काम करने वाले अफ्रीकी मूल के पहले जीवाणु वैज्ञानिक हैं। 2017 में महानिदेशक की जिम्मेदारी संभालने से पहले उन्होंने अपने मुल्क में दो अहम सरकारी विभागों का प्रभार संभाला था। इथोपियो में 2005-2012 तक उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री की भूमिका निभाई। इसके अलावा 2012-2016 तक इथोपिया के विदेश मंत्री भी रहे।
महामारी के बीच टेड्रोस ने सनसनीखेज खुलासा किया। उन्होंने कहा कि पिछले तीन महीनों से उनके खिलाफ नस्लीय टिप्पणी के साथ जान से मारने की धमकी भी मिल रही है। मगर उन्हें इसकी परवाह नहीं है।
दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन पर बड़ा आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि महामारी के समय WHO का झुकाव चीन केंद्रित है। ट्रंप ने ये भी कहा था कि उनके लगाये गये ट्रैवल बैन की WHO ने आलोचना की और असहमति जताई। लिहाजा उन्होंने धमकी देते हुए WHO को दी जाने फंडिंग रोकने की बात कही।
जिसके बाद आरोपों का जवाब देते हुए टेड्रोस ने WHO का बचाव किया। टेड्रोस ने कहा कि कोविड-19 का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। हम सब को पार्टी, धार्मिक लाइन से ऊपर उठते हुए काम करना चाहिए। हमें चाहिए कि एक दूसरे पर आरोप लगाना बंद करें।