नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोनावायरस (Coronavirus) के टीके के आपात उपयोग की मंजूरी देने के भारत के फैसले का रविवार को स्वागत करते हुए कहा कि यह मौजूदा महामारी के खिलाफ लड़ाई को तेज और मजबूत करने में मदद करेगा।
भारत के औषधि नियामक ने सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के कोविड-19 के टीके कोविशील्ड और भारत बायोटेक के स्वदेश विकसित टीके कोवैक्सीन के देश में सीमित आपात उपयोग की रविवार को मंजूरी दे दी। इसके साथ ही, देश में आने वाले दिनों में कम से कम दो टीकों के साथ टीकाकरण अभियान शुरू करने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा, डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में कोविड-19 के टीके के प्रथम आपात उपयोग की मंजूरी का विश्व स्वास्थ्य संगठन स्वागत करता है।
भारत द्वारा आज लिए गए फैसले से क्षेत्र में कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई तेज करने और उसे मजबूत करने में मदद मिलेगी। खेत्रपाल के मुताबिक, प्राथमिकता प्राप्त आबादी में टीके का उपयोग, जन स्वास्थ्य के अन्य उपायों का क्रियान्वयन जारी रखना तथा सामुदायिक भागीदारी महामारी का प्रभाव घटाने में महत्वपूर्ण होंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोनावायरस के खिलाफ भारत की जंग में इसे निर्णायक क्षण बताते हुए कहा कि इससे कोविड मुक्त भारत की मुहिम को बल मिलेगा। देश में रविवार को कोरोनावायरस संक्रमण के 18,177 नए मामले सामने आने के बाद अब तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 1,03,23,965 हो गई है, जिनमें से 99,27,310 लोग संक्रमणमुक्त हो चुके हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह आठ बजे के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में 217 और लोगों की मौत होने के बाद देश में संक्रमण से जान गंवाने वालों की संख्या 1,49,435 हो गई है। देश में कोविड-19 के कारण मृत्यु दर 1.45 प्रतिशत है। आंकड़ों के अनुसार, देश में इस समय 2,47,220 संक्रमित लोगों का उपचार चल रहा है, जो कुल मामलों का 2.39 प्रतिशत है।(भाषा)